मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय, बलरामपुर के कुलगीत का भव्य विमोचन
Grand release of the college song of Maa Pateshwari University, Balrampur
Wed, 2 Jul 2025

बलरामपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट "मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय" के कुलगीत का बुधवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में भव्य विमोचन किया गया। कुलगीत में देवीपाटन मंडल की धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को रेखांकित किया गया है।
विमोचन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुलगीत को अपने सोशल मीडिया हैंडल से साझा करते हुए लिखा—
"मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय 'भद्रं भद्रं क्रतुमस्मासु धेहि' की अवधारणा से सुसज्जित, राष्ट्र की सांस्कृतिक, प्राकृतिक, वैदिक एवं सनातन चेतना के स्वर से समृद्ध है।"
कुलगीत निर्माण की प्रक्रिया
नवसृजित विश्वविद्यालय के कुलगीत के निर्धारण हेतु 4 फरवरी 2025 को कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह के निर्देशन में एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति के अध्यक्ष काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. अवधेश प्रधान बनाए गए थे। वहीं, सदस्य के रूप में प्रो. अनूप वशिष्ठ (वर्तमान विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग, बीएचयू) और प्रो. योगेंद्र प्रताप सिंह (हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय) शामिल थे। समिति के संयोजक विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलसचिव प्रमोद कुमार थे।
कुलगीत के लिए देवीपाटन मंडल के समस्त महाविद्यालयों के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थीं। चयन प्रक्रिया के बाद महारानी लाल कुंवर महाविद्यालय, बलरामपुर के हिंदी विभाग प्रभारी प्रो. पी.सी. गिरी द्वारा तैयार रचना को कुलगीत के रूप में चयनित किया गया। इसका संगीत संयोजन भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ की प्रो. मांडवी सिंह के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
भावनात्मक जुड़ाव और सांस्कृतिक गौरव
कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने कहा कि यह कुलगीत देवीपाटन अंचल के धर्म, संस्कृति, नवाचार, सामाजिक एवं राजनीतिक चेतना का जीवंत प्रतिनिधित्व करता है। यह गीत न केवल विश्वविद्यालय की पहचान बनेगा, बल्कि क्षेत्र की वैचारिक विरासत का संवाहक भी होगा।
उन्होंने कुलगीत निर्माण में सहयोग देने वाले सभी कर्मचारियों, अधिकारियों, प्राचार्यों, शिक्षकगण, छात्र-छात्राओं को बधाई दी।