किसानों व ग्रामीणों के उत्थान में स्वयंसेवी संस्थाओं और स्टार्ट अप की परियोजना में ली जाएगी मदद

लखनऊ, 11 फरवरी। भूमि और जल संरक्षण के साथ ही किसानों व ग्रामीणों के उत्थान की दिशा में एक अनूठी पहल की गयी है। इसके तहत प्रदेश की स्वयंसेवी संस्थाओं और स्टार्ट अप की भी मदद ली जाएगी। इसके तहत संस्थाओं के ज्ञान के आदान-प्रदान और बहुमूल्य सुझावों को तरजीह देते हुए आपसी सहयोग से गाँव का पानी गाँव में और खेत का पानी खेत में रोकने और किसानों व ग्रामीणों के जीवन स्तर में बदलाव लाने की दिशा में विशेष योजना तैयार की जा रही है। परियोजना के तहत ग्रामीणों को अनुदान प्रदान कर उनके जीवन स्तर में सुधार लाया जा रहा है।
इसी पर विचार-विमर्श और कार्य योजना तैयार करने को लेकर मंगलवार को गोमतीनगर स्थित भू-मित्र भवन में राज्य स्तरीय नोडल एजेंसी, वाटरशेड विकास घटक-प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. हीरा लाल की अध्यक्षता में प्रदेश के 75 स्वयंसेवी संस्थाओं और स्टार्ट अप की बैठक हुई। यह बैठक भारत सरकार की गाइडलाइन की धारा 06 में उल्लिखित इंटीग्रेशन व कन्वर्जेन्स के अनुपालन में की गयी । बैठक में मुख्य अतिथि पद्मश्री राम सरन वर्मा ने कम लागत में अधिक उत्पादन के जरूरी टिप्स दिए।