शासन और समाज के स्तर पर जो कमजोर कड़ियां हैं उन्हें कैसे दुरुस्त किया जायेगा

लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।जागते रहो भारत यात्रा चेन्नई से आंध्रप्रदेश के नेल्लौर पहुंची। शहर से पन्द्रह किलोमीटर दूर पिल्लीपाडु गांव में सुब्रह्मण्यम ए एस, सुमंत रेड्डी, रविन्द्र रेड्डी और मनोज एस ने यात्रा का स्वागत किया। एक घण्टे के पड़ाव में सुमंत रेड्डी ने बताया कि आंध्रप्रदेश में पांच साल पहले एक पशु चिकित्सक बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी । उस समय अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर स्थानीय लोगों ने खुशी मनाई थी । ऐसे अपराधियों का बच निकलना नारी जाती का दोहरा अपमान है। इसके बाद यात्री दल आंध्रप्रदेश की राजधानी अमरावती पहुंचा। लेकिन स्थानीय लोगों के लिए साथ लगता शहर विजयवाड़ा ही राजधानी है।
इसके बाद यात्री दल आंध्रप्रदेश की राजधानी अमरावती पहुंचा। लेकिन स्थानीय लोगों के लिए साथ लगता शहर विजयवाड़ा ही राजधानी है। गुरुद्वारा में रात्रि विश्राम के दौरान देश के अनेक राज्यों से आए सिख श्रदालुओं के साथ संवाद सत्र में सभी का कहना था
कि महिलाओं के साथ व्यभिचार की घटनाएं देशभर में आए दिन होती हैं। लेकिन उनकी मान्यता थी कि सिख समुदाय में ऐसे अपराध नगण्य हैं। हमारे पंथ में भी शैतानों के लिए क्षमा की कोई गुंजाइश नहीं है। सुबह यात्री दल वासवाय्य महिला मण्डली संस्था द्वारा आयोजित सम्मेलन में शामिल हुआ। महिला मण्डली गत छप्पन वर्षों से आर्थिक रूप से कमज़ोर और निराश्रित महिलाओं के लिए अनेक कार्यक्रम चला रही है।
महिला सम्मेलन में उपस्थित तीन सौ अधिक बहनों को संबोधित करते हुए संस्था अध्यक्ष डॉक्टर बी कीर्ति ने बताया कि मण्डली विजयवाड़ा की पुलिस के साथ सिविल सोसाइटी कमेटी गठन कर रही है। इससे पुलिस और समाज के लोगों के बीच अविश्वास की दीवार तोड़ने में मदद मिल रही है। आप सब जानते हैं कि आम आदमी का पुलिस तन्त्र से भरोसा उठ रहा है। जबकि महिलाओं के साथ होने वाले दुष्कर्म और हत्या में न्याय की प्रथम कड़ी पुलिस तन्त्र ही है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए यात्रा दल के संयोजक राजेन्द्र यादव ने कहा कि जागते रहो भारत यात्रा के दौरान सम विचार संगठनों को एक राष्ट्रीय कार्यशील गठबंधन की आवश्यकता है। जैसा कि सभी सहभागी संस्थाएं चाहती हैं कि यात्रा के बाद आधी आबादी को इस अपराध से मुक्ति दिलाने के लिए समाज, पुलिस, प्रशासन और न्याय तंत्र मिलकर काम करे। सम्मेलन में शामिल अनेक बहनों ने जानना चाहा कि शासन और समाज के स्तर पर जो कमजोर कड़ियां हैं उन्हें कैसे दुरुस्त किया जायेगा। यात्रा संयोजक राजेन्द्र यादव ने बताया कि यात्रा के दिल्ली पहुंचने पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से मिलकर यात्रा में मिल रहे सुझावों के आधार पर रिपोर्ट सौंपने का प्रस्ताव है। देश भर में जिला स्तर पर सिविल सोसायटी कमेटी गठन पर भी काम किया जाएगा।