आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का शानदार प्रदर्शन: वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कर-पश्चात लाभ (PAT) में 76% की वृद्धि

IDFC First Bank posts stellar performance: 76% growth in profit after tax (PAT) in Q2 FY26
 
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का शानदार प्रदर्शन: वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कर-पश्चात लाभ (PAT) में 76% की वृद्धि

दिल्ली, अक्टूबर 2025: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त हुई तिमाही और अर्धवार्षिक अवधि के लिए अपने वित्तीय परिणाम जारी किए हैं, जो बैंक की मजबूत वृद्धि और स्थिर संपत्ति गुणवत्ता को दर्शाते हैं। बैंक का कर-पश्चात लाभ (PAT) पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 76% बढ़कर ₹352 करोड़ हो गया। बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ, श्री वी. वैद्यनाथन ने टिप्पणी करते हुए कहा कि बैंक की परिचालन लाभप्रदता (Operating Profitability) में लगातार सुधार हो रहा है और परिसंपत्ति गुणवत्ता स्थिर बनी हुई है।

प्रमुख वित्तीय और परिचालन हाइलाइट्स

1. व्यवसाय वृद्धि (साल-दर-साल - YoY)

मीट्रिक 30 सितंबर, 2025 (करोड़ रु.) सालाना परिवर्तन मुख्य बातें
कुल ग्राहक व्यवसाय 5,35,673 21.6% मजबूत ग्राहक जुड़ाव का संकेत।
ग्राहक जमा राशि 2,69,094 23.4% डिपॉजिट बेस में प्रभावशाली वृद्धि।
सीएएसए जमा राशि 1,38,583 26.8% उच्च विकास दर।
सीएएसए अनुपात 50.07% +119 बीपीएस CASA अनुपात पहली बार 50% के पार, फंड की लागत में सुधार।
ऋण और अग्रिम 2,66,579 19.7% आवास, वाहन, उपभोक्ता और एमएसएमई ऋणों में वृद्धि।

बैंक के ऋण और अग्रिमों में 94% की वृद्धि आवास ऋण, वाहन ऋण, उपभोक्ता ऋण, बिज़नेस बैंकिंग, एमएसएमई ऋण और थोक ऋण में हुई है।

2. लाभप्रदता और मार्जिन

मीट्रिक वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही सालाना परिवर्तन (YoY) तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) परिवर्तन
शुद्ध लाभ (PAT) ₹352 करोड़ 75.6% -23.8%*
मुख्य परिचालन लाभ ₹1,825 करोड़ -1.7% 4.6%
शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) 5.59% -59 बीपीएस -12 बीपीएस

*नोट: तिमाही-दर-तिमाही लाभ में कमी का कारण पिछली तिमाही (Q1 FY26) में शामिल ₹495 करोड़ का उच्च व्यापारिक लाभ था, जो इस तिमाही में ₹56 करोड़ रहा। मुख्य लाभप्रदता के आधार पर, बैंक का पीएटी क्रमिक रूप से बढ़ा है।

3. परिसंपत्ति गुणवत्ता (Asset Quality)

बैंक के परिसंपत्ति गुणवत्ता संकेतक स्थिर बने हुए हैं।

मीट्रिक 30 सितंबर, 2025 सालाना परिवर्तन (YoY) तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) परिवर्तन
सकल एनपीए (GNPA) 1.86% -6 बीपीएस -11 बीपीएस
शुद्ध एनपीए (NNPA) 0.52% +4 बीपीएस -3 बीपीएस
SMA 1+2 (खुदरा, ग्रामीण, MSME) 0.90% -7 बीपीएस -11 बीपीएस

माइक्रोफाइनेंस (MFI) पोर्टफोलियो में दबाव कम होने के कारण परिसंपत्ति गुणवत्ता में और सुधार हुआ है। MFI पोर्टफोलियो बैंक की कुल वित्तपोषित परिसंपत्तियों का केवल 2.7% रह गया है, जो पिछले वर्ष 5.6% था।

4. अन्य महत्वपूर्ण विवरण

  • क्रेडिट कार्ड्स: बैंक द्वारा जारी क्रेडिट कार्ड्स की संख्या 40 लाख तक पहुँच गई।

  • वेल्थ मैनेजमेंट: प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट का एयूएम (AUM) सालाना 28% बढ़कर ₹54,693 करोड़ तक पहुँच गया।

  • प्रावधान: तिमाही के दौरान प्रावधानों में तिमाही-दर-तिमाही 12.5% की कमी दर्ज की गई (₹1,659 करोड़ से घटकर ₹1,452 करोड़)।

  • पूंजी पर्याप्तता: 7,500 करोड़ रुपए की CCPS पूंजी को इक्विटी में परिवर्तित करने के बाद, पूंजी पर्याप्तता अनुपात 30 सितंबर, 2025 तक 16.82% और टियर-I अनुपात 14.75% होगा।

सीईओ का वक्तव्य:

श्री वैद्यनाथन ने आगे कहा कि "एमएफआई व्यवसाय में दबाव उद्योग-व्यापी था और अब यह धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि फंड की लागत अब धीरे-धीरे कम होने लगेगी। बैंक की परिचालन दक्षता में लगातार सुधार हो रहा है और हम उम्मीद करते हैं कि यह रुझान भविष्य में भी जारी रहेगा।

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