सफल इंजीनियर बनना है तो खुद को करते रहिए अपग्रेड- प्रो0 राजीव कुमार

कार्यशाला में बीटेक के मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों ने हिस्सा लिया। जिसमें विशेषज्ञों ने छात्रों को एचवीएसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर, जरूरी स्किल, डिजाइनिंग आदि के बारे में बताया। इस तीन दिवसीय कार्यशाला में छात्रों को हीटिंग वेंटिलेशन एअर कंडिशनिंग के बारे में और विभिन्न तरह के लेआउट, एसी वेंटिलेशन प्लान लेआउट, चिल्ड वाटर स्कीमेटिक ले आउट, साइकोमेट्रिक चार्ट, हीट लोड कैलकुलेशन, साइट विजिट एस्पोजर पर जानकारी दी।
इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो0 राजीव कुमार ने कहा कि वर्तमान में तकनीकी बहुत तेजी से बदल रही है। ऐसे में इंजीनियरिंग खासकर कोर इंजीनियरिंग के छात्रों को अपग्रेड करते रहना बेहद जरूरी है। तभी आप एक सफल इंजीनियर बन सकते हैं। इस तरह की ट्रेनिंग काफी लाभकारी होती है। कोर इंजीनियरिंग के छात्र ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं।
जिससे उन्हें भविष्य संवारने में काफी मदद मिलेगी।
अधिष्ठाता ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रो0 नीलम श्रीवास्तव ने कहा कि यह कोर ब्रांच इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए अच्छा अवसर है। इस कार्यशाला से छात्रों को भविष्य में काफी फायदा होगा। छात्रों की स्किल बढ़ेगी। इंडस्ट्री की वर्तमान जरूरतों के मुताबिक छात्र तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे कई कार्यक्रम, कोर्स आयोजित कर रहा है। ताकि छात्रों को रोजगार मिलने में कोई कठिनाई न हो। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर वीर भटनागर ने भी अपने विचार रखे।
कार्यशाला का संचालन प्रतिभा शुक्ला ने किया। इस मौके पर सहायक कुलसचिव सुनील पाण्डेय, कंपनी की जीएम रेनु सक्सेना, अमन शुक्ला, शिशिर द्विवेदी सहित छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।