बलरामपुर में भाईचारे को शर्मसार करने वाली वारदात: ₹50,000 की सुपारी देकर कराई सगे भाई की हत्या

19 जून को मिला था शव, सिर पर थे गंभीर चोट के निशान
मृतक राजू का शव नई बस्ती के पीछे झाड़ियों में मिला था। प्रारंभिक सूचना मृतक के भाई मोहम्मद सफी ने नगर कोतवाली में दी थी, जिसमें हत्या की आशंका जताई गई थी। जांच के दौरान जब पुलिस ने घटना के तार जोड़े, तो सच्चाई बेहद चौंकाने वाली निकली।
सुपारी देकर भाई ने ही करवाई हत्या
जांच में सामने आया कि मृतक का भाई मारू, जो खुद थाने में तहरीर देकर न्याय की मांग कर रहा था, असल में हत्या का सूत्रधार था। उसने अपने भाई की नशे की लत और घरेलू विवादों से परेशान होकर ₹50,000 की सुपारी में तीन युवकों को हत्या की जिम्मेदारी सौंपी।
हत्या की योजना 18 जून की रात को अमल में लाई गई, जब आरोपी भाई ने मृतक को "नशा करने" के बहाने घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर एक सुनसान जगह ले गया। वहां पहले से मौजूद तीन अन्य युवकों ने लोहे की रॉड से हमला कर उसकी निर्मम हत्या कर दी और शव को झाड़ियों में फेंक दिया।
पुलिस अधीक्षक ने दी पूरी जानकारी
पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री विकास कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच दल गठित किया गया। पूछताछ और तकनीकी जांच के आधार पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी:
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मारू पुत्र मोहम्मद शफी – मुख्य आरोपी और मृतक का सगा भाई
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आफताब उर्फ गुड्डू पुत्र इकबाल अहमद – बलरामपुर निवासी
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अंसार उर्फ रिंकू पुत्र इकबाल अहमद उर्फ राजू – बलरामपुर निवासी
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वकील यादव पुत्र राम सेवक यादव – निवासी लक्ष्मणपुर लाल नगर, इटियाथोक, जनपद गोण्डा
पुलिस ने बरामद किए:
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हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड
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मोबाइल फोन, एक ई-रिक्शा, दो मोटरसाइकिल
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₹42,100 नकद
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हत्या से जुड़े अन्य इलेक्ट्रॉनिक और भौतिक सबूत
मकसद: घरेलू कलह और आर्थिक तनाव
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक राजू नशे का आदी था, और नशे के लिए अक्सर पैसे मांगता था। पैसे न मिलने पर वह अपने भाई, भाभी और बच्चों को प्रताड़ित करता था। इसी से तंग आकर आरोपी भाई ने हत्या की साजिश रच डाली।