उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: इंडिया गठबंधन आज कर सकता है अपने उम्मीदवार की घोषणा, रेस में ये बड़े नाम शामिल
आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे टॉपिक पर जो indian politics में इस वक्त चर्चा का केंद्र बना हुआ है। जी हां, हम बात कर रहे हैं india के उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव की, जो 9 सितंबर 2025 को होने वाला है। सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है, लेकिन सवाल ये है कि क्या विपक्षी इंडिया गठबंधन आज अपने उम्मीदवार का नाम घोषित करेगा ? और अगर हां, तो रेस में कौन-कौन से बड़े नाम शामिल हैं? तो चलिए, बिना देर किए, इस खबर को detail से समझते हैं।
सबसे पहले, थोड़ा बैकग्राउंड समझ लेते हैं। उपराष्ट्रपति का पद भारत का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद है, और ये 22 जुलाई 2025 से खाली है, जब पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद, भारत निर्वाचन आयोग ने 9 सितंबर 2025 को उपराष्ट्रपति चुनाव की तारीख घोषित की। नामांकन की अंतिम तारीख 21 अगस्त है, यानी समय बहुत कम बचा है।
एनडीए ने पहले ही अपने पत्ते खोल दिए हैं। बीजेपी के नेतृत्व वाले इस गठबंधन ने महाराष्ट्र के वर्तमान राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं, और बीजेपी को लगता है कि उनकी आरएसएस पृष्ठभूमि और तमिलनाडु में डीएमके के साथ संभावित समर्थन उनकी जीत को आसान बना सकता है। लेकिन, इंडिया गठबंधन अभी तक चुप है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष आज, यानी 19 अगस्त 2025 को, अपने उम्मीदवार का ऐलान कर सकता है।
तो सवाल ये है कि इंडिया गठबंधन किसे मैदान में उतारेगा? सूत्रों के हवाले से खबर है कि विपक्षी गठबंधन के नेता कई बड़े नामों पर चर्चा कर रहे हैं। इनमें से तीन नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में हैं। आइए, एक-एक करके इन नामों पर नजर डालते हैं। मैलस्वामी अन्नादुरई: पहला नाम है इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मैलस्वामी अन्नादुरई का। इन्होंने चंद्रयान-1 परियोजना की अगुवाई की थी और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विपक्ष चाहता है कि इस चुनाव को "लोकतंत्र और संविधान की रक्षा" की लड़ाई के रूप में पेश किया जाए, और एक गैर-राजनीतिक, सम्मानित वैज्ञानिक का नाम इस मकसद को मजबूती दे सकता है। अन्नादुरई तमिलनाडु से हैं, जो एनडीए के उम्मीदवार राधाकृष्णन के खिलाफ एक रणनीतिक चाल हो सकती है।
दूसरा नाम है डीएमके के राज्यसभा सांसद तिरुचि सिवा का। तमिलनाडु से आने वाले इस नेता को विपक्ष एक मजबूत राजनीतिक चेहरा मान रहा है। डीएमके, जो इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, अपने इस सांसद को आगे करके तमिलनाडु में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है। खासकर, जब एनडीए ने भी तमिलनाडु से ही उम्मीदवार चुना है, तो ये एक सीधा मुकाबला हो सकता है।
तीसरा और सबसे चर्चित नाम है महात्मा गांधी के परपोते और इतिहासकार तुषार गांधी का। विपक्ष इस नाम के जरिए चुनाव को बीजेपी के खिलाफ एक वैचारिक संघर्ष के रूप में पेश करना चाहता है। तुषार गांधी का नाम गैर-राजनीतिक होने के साथ-साथ गांधीवादी विचारधारा को सामने लाता है, जो विपक्ष को नैतिक तौर पर मजबूत कर सकता है।
इसके अलावा, सूत्रों का यह भी कहना है कि इंडिया गठबंधन महाराष्ट्र से एक दलित बुद्धिजीवी को भी उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रहा है, लेकिन अभी तक इस नाम का खुलासा नहीं हुआ है।
अब बात करते हैं आज की बैठक की। आज, 19 अगस्त 2025 को, इंडिया गठबंधन के नेता दोपहर 12:30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास, 10 राजाजी मार्ग, पर बैठक करने वाले हैं। इस बैठक में उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मुहर लगने की उम्मीद है। कई X पोस्ट्स में भी इस बात की चर्चा है कि विपक्ष आज अपना उम्मीदवार घोषित कर सकता है। लेकिन क्या विपक्ष की राह आसान है? आंकड़ों की बात करें तो एनडीए का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर कुल 782 सांसद मतदान के पात्र हैं, और बहुमत के लिए 392 वोट चाहिए। एनडीए के पास 422 सांसदों का समर्थन है, जो बहुमत से कहीं ज्यादा है। ऐसे में इंडिया गठबंधन के लिए अपने उम्मीदवार को जिताना एक बड़ी चुनौती होगी।
फिर भी, विपक्ष इस चुनाव को सिर्फ जीत-हार तक सीमित नहीं रखना चाहता। सूत्रों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन चाहता है कि ये चुनाव लोकतंत्र, संविधान, और वैचारिक मूल्यों की लड़ाई के रूप में देखा जाए। इसलिए, गैर-राजनीतिक और सम्मानित चेहरों जैसे मैलस्वामी अन्नादुरई या तुषार गांधी का नाम सामने आना कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
तो अब सवाल आपके लिए है - क्या इंडिया गठबंधन आज अपने उम्मीदवार का ऐलान करेगा? और अगर हां, तो क्या यह मैलस्वामी अन्नादुरई, तिरुचि सिवा, या तुषार गांधी में से कोई होगा? या फिर कोई सरप्राइज उम्मीदवार सामने आएगा? अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
