भारत के लिए बढ़ता खतरा: पाकिस्तान-बांग्लादेश-चीन गठजोड़ पर CDS जनरल अनिल चौहान की चेतावनी

 
India Under Threat Why Pakistans Alliance with Bangladesh is Dangerous CDS Anil Chauhan Reveals

 आज हम बात करेंगे एक ऐसी खबर की, जो भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। पाकिस्तान और बांग्लादेश का गठजोड़! जी हां, हाल ही में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन की बढ़ती नजदीकियां भारत की Stability और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। तो आखिर ये साजिश क्या है? क्यों है ये इतना खतरनाक? और भारत इसका जवाब कैसे देगा? आइए, इस मसले को गहराई से समझते हैं। 

7 जुलाई 2025 को एक थिंक टैंक इवेंट में CDS जनरल अनिल चौहान ने साफ शब्दों में कहा, "पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन का गठजोड़ भारत की Stability और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। उन्होंने 7-10 मई 2025 के भारत-पाकिस्तान military conflict का जिक्र किया, जिसमें पाकिस्तान ने सीजफायर उल्लंघन कर नागरिक इलाकों को निशाना बनाया था। जनरल चौहान ने बताया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI बांग्लादेश में active  है और वहां के आतंकी organistaions  जैसे ULFA (Independent), के साथ मिलकर North East India में अशांति फैलाने की साजिश रच रही है।

बांग्लादेश की यूनुस सरकार के भारत विरोधी रुख ने इस खतरे को और बढ़ा दिया है। साथ ही, चीन का इस गठजोड़ में शामिल होना भारत के लिए चिंता का विषय  है, क्योंकि ये तीनों देश मिलकर भारत को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान की ISI और बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार के बीच गुप्त मुलाकातें हो रही हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को चटगांव में ISI के एक प्रतिनिधि ने ULFA (Independent) के लीडर परेश बरुआ और नयन मेधी के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में North East India, खासकर असम, में आतंकवाद और हिंसा को बढ़ावा देने की योजना बनाई गई।

पाकिस्तान की ISI लंबे समय से आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन को सपोर्ट करती रही है। अब बांग्लादेश के रास्ते ये संगठन भारत के खिलाफ और सक्रिय हो रहे हैं। बांग्लादेश में ISI के अफसरों की मौजूदगी और तुर्की जैसे देशों का बांग्लादेश के साथ सैन्य सहयोग भारत के लिए खतरे की घंटी है। तुर्की ने बांग्लादेश को रक्षा उपकरण देने की बात शुरू की है, जो भारत के लिए चिंता का विषय है। सोशल मीडिया पर भारत विरोधी प्रचार भी तेज हो गया है। कुछ पाकिस्तानी न्यूज चैनल और सेलेब्रिटीज के अकाउंट्स, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बैन किए गए थे, अब फिर से सक्रिय हो रहे हैं। CDS जनरल अनिल चौहान ने बताया कि चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के अपने-अपने हितों के लिए एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं।

चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान पहले से ही चीन का करीबी सहयोगी है। अब बांग्लादेश भी चीन के साथ सैन्य और आर्थिक सहयोग बढ़ा रहा है। खुफिया जानकारी के अनुसार, चीन के युन्नान प्रांत से परेश बरुआ जैसे आतंकी लीडर्स बांग्लादेश में सक्रिय हैं, और ISI के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। तुर्की के बांग्लादेश के साथ रक्षा सौदे भी चीन की मदद से हो रहे हैं, जिससे भारत को घेरने की रणनीति और मजबूत हो रही है।

भारतीय सेना ने IGLA मिसाइल और मीडियम मशीन गन (MMG) का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी पोस्ट्स और लॉन्चिंग पैड्स को नष्ट किया। गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में 189 आतंकी एनकाउंटर हुए थे, जो 2023 में घटकर 48 हो गए। आतंकी रिक्रूटमेंट भी कम हुआ है, जो भारत की सख्त नीतियों का नतीजा है। भारतीय खुफिया एजेंसियां बांग्लादेश में ISI की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। विदेश मंत्रालय ने भी इस पर कड़ा रुख अपनाया है।

CDS जनरल चौहान ने कहा कि भारत की सेना और खुफिया एजेंसियां हर खतरे का जवाब देने के लिए तैयार हैं। कुल मिलाकर, जनता का गुस्सा साफ दिख रहा है, और लोग चाहते हैं कि भारत इस साजिश का कड़ा जवाब दे।

तो ये थी भारत के खिलाफ रची जा रही बड़ी साजिश की पूरी कहानी। पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन का गठजोड़ निश्चित रूप से चिंता का विषय है, लेकिन भारत की सेना और सरकार हर चुनौती के लिए तैयार हैं। आप क्या सोचते हैं? क्या भारत इस साजिश को पूरी तरह नाकाम कर देगा? कमेंट में अपनी राय जरूर बताएं! इस वीडियो को लाइक करें, अपने दोस्तों के साथ शेयर करें, और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें।  

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