पाकिस्तान में जाकर आतंकियों के सर कलम कर लाऊंगा भारत:अनूप सिंह

I will go to Pakistan and bring the heads of terrorists back to India: Anup Singh
 
I will go to Pakistan and bring the heads of terrorists back to India: Anup Singh
हरदोई(अम्बरीष कुमार सक्सेना)  कोतवाली एवं तहसील शाहाबाद के ग्राम मिठनापुर निवासी रवि सिंह के पुत्र अनूप सिंह जो फौज में नायक के पद से सेवानिवृत हो चुके हैं उनका जन्म 15 अगस्त 1984 को हुआ था और बचपन से ही होनहार है कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षा प्राथमिक विद्यालय गांव में एवं कक्षा आठ तक की शिक्षा जूनियर हाई स्कूल शर्मा और इंटर तक की शिक्षा शाहाबाद और बीकॉम जनपद शाहजहांपुर से किया पढ़ाई के दौरान अनूप सिंह ने आर्मी जॉइन कर ली 1 सितंबर 2003 को और 31 अगस्त 2020 को नायक के पद से सेवानिवृत हुए उनके परिवार में दो चाचा भी फौज में सेवा दे चुके एक चाचा  ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे

राजीव सिंह दूसरे उनके चाचा राकेश सिंह रिटायर होकर घर पर अपना कामकाज देख रहे हैं इधर पहलगांव  में हुए आतंकी हमले के बाद से  सैनिकों का खून खौल उठा जिस तरीके से आतंकियों ने बहन बेटियों के सिंदूर उजाड़े और अपनी गोलियों का निशाना बनाया वहीं सरकार ने भी अहम फैसला लेते हुए भारतीय सैनिकों को जिम्मेदारी दी और इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा इतना ही नहीं दो-दो महिला कमांडरों को जिम्मेदारी सौंप दी  गई और पाकिस्तान में घुसकर ताबड़ तोड़ गोलीबार करते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया इस पर आर्मी से सेवानिवृत हुए नायक अनूप सिंह ने कहा कि मैं सरकार से अनुरोध करता हूं की जो जंग छिड़ी है इस जंग में मुझे दोबारा मौका दिया जाए और मैं भारत मां की कसम खाकर कहता हूं पाकिस्तान में घुसकर उन आतंकियों के सर कलम कर भारत लाऊंगा क्योंकि शुरुआत पाकिस्तान ने की और उसका अंत हिंदुस्तान करेगा।हरदोई(अम्बरीष कुमार सक्सेना) 


कोतवाली एवं तहसील शाहाबाद के ग्राम मिठनापुर निवासी रवि सिंह के पुत्र अनूप सिंह जो फौज में नायक के पद से सेवानिवृत हो चुके हैं उनका जन्म 15 अगस्त 1984 को हुआ था और बचपन से ही होनहार है कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षा प्राथमिक विद्यालय गांव में एवं कक्षा आठ तक की शिक्षा जूनियर हाई स्कूल शर्मा और इंटर तक की शिक्षा शाहाबाद और बीकॉम जनपद शाहजहांपुर से किया पढ़ाई के दौरान अनूप सिंह ने आर्मी जॉइन कर ली 1 सितंबर 2003 को और 31 अगस्त 2020 को नायक के पद से सेवानिवृत हुए उनके परिवार में दो चाचा भी फौज में सेवा दे चुके एक चाचा  ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे

राजीव सिंह दूसरे उनके चाचा राकेश सिंह रिटायर होकर घर पर अपना कामकाज देख रहे हैं इधर पहलगांव  में हुए आतंकी हमले के बाद से  सैनिकों का खून खौल उठा जिस तरीके से आतंकियों ने बहन बेटियों के सिंदूर उजाड़े और अपनी गोलियों का निशाना बनाया वहीं सरकार ने भी अहम फैसला लेते हुए भारतीय सैनिकों को जिम्मेदारी दी और इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा इतना ही नहीं दो-दो महिला कमांडरों को जिम्मेदारी सौंप दी  गई और पाकिस्तान में घुसकर ताबड़ तोड़ गोलीबार करते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया इस पर आर्मी से सेवानिवृत हुए नायक अनूप सिंह ने कहा कि मैं सरकार से अनुरोध करता हूं की जो जंग छिड़ी है इस जंग में मुझे दोबारा मौका दिया जाए और मैं भारत मां की कसम खाकर कहता हूं पाकिस्तान में घुसकर उन आतंकियों के सर कलम कर भारत लाऊंगा क्योंकि शुरुआत पाकिस्तान ने की और उसका अंत हिंदुस्तान करेगा।

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