IPL से झोली भर गई BCCI की: वित्त वर्ष 2023-24 में ₹9,741.7 करोड़ की रिकॉर्ड आय
IPL बना राजस्व का स्तंभ
BCCI की आमदनी में यह बड़ी छलांग IPL के नए मीडिया राइट्स समझौते के चलते आई है। 2023 से 2027 के बीच लागू यह डील ₹48,390 करोड़ की है—जो पिछली डील से लगभग तीन गुना अधिक है। इसके परिणामस्वरूप IPL के टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापन व स्पॉन्सरशिप डील्स में भी भारी वृद्धि देखी गई।
अन्य राजस्व स्रोत भी मजबूत
IPL के अलावा BCCI को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से ₹1,042 करोड़, भारतीय टीम के अंतरराष्ट्रीय मैचों के मीडिया अधिकारों से ₹813 करोड़, महिला प्रीमियर लीग (WPL) से ₹377 करोड़ और अन्य स्रोतों से ₹391 करोड़ की आमदनी हुई। वहीं, ब्याज से ₹986 करोड़ का लाभ प्राप्त हुआ।
वित्तीय मजबूती का नया अध्याय
BCCI के पास वर्तमान में लगभग ₹30,000 करोड़ का रिजर्व फंड मौजूद है, जिससे सालाना लगभग ₹1,000 करोड़ ब्याज के रूप में प्राप्त हो रहे हैं। यह आर्थिक स्थिरता न केवल बोर्ड को खिलाड़ियों के लिए आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने में मदद करती है, बल्कि जमीनी स्तर के क्रिकेट और घरेलू टूर्नामेंट्स जैसे रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और सीके नायडू ट्रॉफी को व्यावसायिक रूप से विकसित करने की दिशा में भी मार्ग प्रशस्त करती है।
48% की वार्षिक वृद्धि
वित्त वर्ष 2022-23 में BCCI की कुल आय ₹6,558.8 करोड़ थी, जो 2023-24 में 48% की वृद्धि के साथ ₹9,741.7 करोड़ पर पहुंच गई। यह न केवल IPL की लगातार बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है, बल्कि भारतीय क्रिकेट की वाणिज्यिक शक्ति का भी स्पष्ट संकेत देता है।
वैश्विक प्रेरणा बना IPL
IPL की सफलता न केवल भारतीय क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय मंच देती है, बल्कि अन्य क्रिकेट बोर्ड्स को भी इसी तरह की टी20 लीग्स शुरू करने के लिए प्रेरित कर रही है। यह BCCI की दूरदर्शी योजना और व्यावसायिक कौशल का परिणाम है कि क्रिकेट अब न केवल एक खेल, बल्कि एक समृद्ध उद्योग बन चुका है।
