क्या आपका खाना पच रहा है या सड़ रहा है? जानिए जठराग्नि और पाचन से जुड़ी अहम बातें

Health desk : हम में से बहुत से लोग यह सोचते हैं कि भोजन करना ही स्वास्थ्य का मूल है, लेकिन वास्तव में महत्व भोजन को पचाने में है, न कि केवल खाने में। जब हम रोटी, दाल, सब्जी, फल, दूध, दही या लस्सी आदि खाते हैं, तो ये सभी खाद्य पदार्थ ऊर्जा प्रदान करते हैं। लेकिन यह ऊर्जा तभी मिलती है जब ये चीजें सही ढंग से पच जाती हैं। और यह काम करता है हमारे शरीर का एक विशेष अंग – आमाशय, जिसे संस्कृत में जठर कहा जाता है।
जठर और जठराग्नि का महत्व
आमाशय पेट में स्थित एक थैली के आकार का अंग है, जहां हमारा सारा भोजन सबसे पहले जाता है। इस स्थान में एक विशेष प्रकार की पाचन अग्नि उत्पन्न होती है, जिसे जठराग्नि कहा जाता है। यह अग्नि भोजन के संपर्क में आते ही सक्रिय हो जाती है और उसे पचाने का कार्य करती है। जैसे ही पहला निवाला मुंह में जाता है, वैसे ही जठराग्नि जल उठती है। लेकिन अगर इसी समय हम ठंडा पानी या अत्यधिक पानी पी लेते हैं, तो यह अग्नि बुझ सकती है। इससे भोजन के पचने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है।
पाचन बनाम सड़न – दो संभावनाएं
भोजन के पेट में पहुंचने के बाद दो ही संभावनाएं होती हैं –
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या तो वह ठीक से पचेगा
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या फिर सड़ने लगेगा
आयुर्वेद के अनुसार, जठराग्नि ठीक से कार्य करे तो भोजन से रस, रक्त, मांस, मज्जा, वीर्य, अस्थि, मल-मूत्र और मेद का निर्माण होता है। लेकिन यदि भोजन नहीं पचे, तो वह सड़ने लगता है जिससे शरीर में यूरिक एसिड, एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) और टॉक्सिन्स बनते हैं।
सड़े हुए भोजन से पैदा होती हैं बीमारियां
जब पचा हुआ भोजन स्वस्थ ऊतकों को जन्म देता है, वहीं सड़ा हुआ खाना शरीर में विषैले तत्वों को बढ़ाता है।
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यूरिक एसिड – जो जोड़ों का दर्द, गठिया और सूजन का कारण बनता है
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एलडीएल और वीएलडीएल कोलेस्ट्रॉल – जो ब्लड प्रेशर बढ़ाते हैं और हृदय की धमनियों को ब्लॉक करते हैं
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धीरे-धीरे यही ब्लॉकेज हार्ट अटैक और अन्य कार्डियक समस्याओं में बदल सकती हैं
खाने के तुरंत बाद पानी पीना क्यों हानिकारक है?
आयुर्वेदाचार्य वाग्भट्ट ने कहा है –"भोजनान्ते विषं वारी" अर्थात भोजन के तुरंत बाद पानी पीना जहर के समान है। खाने के बाद जठराग्नि भोजन को पेस्ट में बदलती है और यह प्रक्रिया लगभग 1 घंटा 48 मिनट तक चलती है। इस अवधि में पानी पीना पाचन क्रिया को धीमा कर देता है और जठराग्नि मंद पड़ जाती है। इसके परिणामस्वरूप भोजन सड़ने लगता है।
सही पाचन के लिए करें यह सावधानियां
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खाने के तुरंत बाद पानी न पीएं, कम से कम 1.5 घंटे का अंतर रखें
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ठंडे पेय पदार्थ खाने के साथ या तुरंत बाद न लें
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भोजन के समय एकाग्रता और शांति बनाए रखें, ताकि जठराग्नि ठीक से कार्य कर सके
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अधिक भोजन न करें, जितना शरीर आसानी से पचा सके उतना ही खाएं
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दैनिक दिनचर्या में थोड़ी हल्की फिजिकल एक्टिविटी रखें – जैसे टहलना