गांधी के सपनों को पूरा करने वाली संस्था हरिजन सेवक संघ का पांचवीं बार अध्यक्ष मनोनीत होना गौरव की बात: डॉ.शंकर कुमार सान्याल

नौ दशक से ज्यादा समय से सेवा कर रही सा संस्था में माता रामेश्वरी नेहरू, घनश्याम दास बिड़ला, श्यामलाल जी वियोगी हरि और निर्मला देशपांडे जैसी महान विभूतियों ने अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं देकर हरिजन सेवक संघ को काफी ऊंचाई पर पहुंचाया। इस संस्था का काम हर राज्य में चलता है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल में राज्य इकाई को तीन दशक से देख रहे दादा शंकर कुमार सान्याल को हरिजन सेवक संघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर आसीन होने को बारह वर्ष बीते हैं।अभी गत एक मार्च को बिहार की राजधानी पटना में आयोजित राष्ट्रीय महासभा में पांचवीं बार सर्व सम्मति से अध्यक्ष पद पर दादा शंकर कुमार सान्याल का मनोनीत होना ,हरिजन सेवक संघ के लिए गौरव की बात तो है ही लेकिन देश की तमाम स्वयंसेवी संस्थाओं को भी बहुत प्रसन्नता हुई है। दादा सान्याल ने अपनी जुझारू टीम के माध्यम से जो काम अपने कार्यकाल में किए
वे सब संघ के इतिहास में मील के पत्थर साबित होंगे। महादेव। भाई पुस्तकालय, कस्तूरबा संग्रहालय, हरी कुटीर और ठक्कर बापा विद्यालय छात्रावास का जीर्णोद्धार अक्षरपात्र का जुड़ाव आदि शामिल हैं। पटना का अभूतपूर्व सम्मेलन में दादा ने मनोनयन के बाद अपने संबोधन में कहा कि गांधी जी की निर्मित संस्थाओं को देश में रचनात्मक कार्यक्रमों की गंगा बहाने की जरूरत है। गांधी विनोबा के विचारों का स्वराज्य तभी खड़ा हो पाएगा। आज देश में जो संस्थाएं हैं उनको भी मार्गदर्शन देने की जिम्मेदारी हम सबकी हैं।राष्ट्र में सद्भाव कायम करना और गरीबी अमीरी की खाई को पाटने के लिए भी हम गांधीवादियों को लगना होगा। उन्होंने बा बापू और बाबा के विचार को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हर व्यक्ति और संस्था को संघ से जुड़ने का आवाहन किया।
डा शंकर कुमार सान्याल ने भावविह्वल होकर कहा कि आपकी प्रेमपूर्ण शुभेच्छा प्राप्त कर मैं अत्यन्त आनन्दित तथा अभिभूत हूँ तथा आपकी भावना के प्रति हृदय से आभार प्रकट करता हूँ। महात्मा गाँधी द्वारा स्थापित संगठन की विरासत मुझे वर्ष 2013 से लगातार पाँचवीं बार सर्वसम्मति से मनोनीत करके तीसरी सबसे लम्बी अवधि तक अध्यक्ष के रूप में सेवा करने का सुअवसर प्रदान किया गया। मैं एक साधारण गाँधीवादी कार्यकर्त्ता हूँ, परन्तु मुझे गर्व है कि मुझे महान स्वतंत्रता सेनानियों, सामाजिक–राजनीतिक नेताओं, धर्मगुरुओं, वरिष्ठ गाँधीजनों तथा युवा साथियों, सभी से प्रेम, आशीर्वाद, सम्मान तथा समर्थन प्राप्त हुआ है।
अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिष्ठा रखने वाले इस ऐतिहासिक संगठन के अध्यक्ष के दायित्वों का निर्वहन करना निःसन्देह मेरा सौभाग्य है।कार्यकारिणी समिति, केन्द्रीय बोर्ड तथा परामर्शदात्री परिषद् की बैठक में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से पधारे सभी गणमान्य व्यक्तियों का भी मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ। सबकी उपस्थिति, अन्तर्दृष्टि तथा समर्पण ने हमारी चर्चाओं एवं पहलों के साथ–साथ बाद के कार्यक्रमों का भी मूल्यवर्धन किया।महात्मा गाँधी के विचार–दर्शन से प्रेरित होकर, 'एक साथ आना शुरुआत है, साथ रहना प्रगति है तथा साथ मिलकर काम करना सफलता है', मैं हमारे साझा मिशन के लिए मिजुलकर कार्य करने के लिए तत्पर हूँ।
मैं बिहार के माननीय राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान का आभारी हूँ, जिन्होंने राजभवन, पटना में प्रथम सत्र का उद्घाटन करने के लिए अपना बहुमूल्य समय निकाला। मैं सभी शिक्षाविदों एवं विद्वानों, प्रशासनिक अधिकारियों, संसद–सदस्यों, विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं कुलपति तथा सभी साथी कार्यकर्त्ताओं का भी आभारी हूँ, जिन्होंने हरिजन सेवक संघ तथा गाँधी–बिरादरी के महान उद्देश्य में बहुत योगदान दिया है।
आप सबके प्रेम, सहभागिता तथा शुभेच्छा से मैं महात्मा गाँधी के विचार–दर्शन तथा हरिजन सेवक संघ के रचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने में सक्षम होऊंगा। पूर्व सांसद और संघ के उपाध्यक्ष श्री नरेश यादव , कर्मठ युवा साथी श्री रामकुमार मंडल, के सदप्रयासों से पटना में आयोजित कार्यक्रम में श्री जयेश भाई पटेल, राजू भाई परमार,गुजरात, श्री मारुति भाई मद्रास , श्री जैकब केरल श्री मोहन जोशी महाराष्ट्र शोभित यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ विजेंद्र जी हरियाणा की जयवती श्योकंद और स्वामी जी,श्री श्रीभगवान शर्मा दिल्ली श्री सुधीर भाई गोयल राजेंद्र मालवीय मध्य प्रदेश, डा नरेंद्र प्रसाद सिंह, आर्यभट्ट मोहंती उड़ीसा कुसुम जौहरी ए के शुक्ला उत्तरप्रदेश आदि मौजूद रहे।
विशेष बात यह रही कि बिहार के राज्यपाल डॉ आरिफ मोहम्मद खान ने इन गांधी विनोबा परिवार के लोग राजेंद्र भाई,सुनील सिंह, ईदन भाई जयप्रकाश मंडल केदार मंडल जी के सुपुत्र सत्यरंजन मंडल को राजभवन में सम्मान देकर प्रशंसनीय कार्य किया। बिहार के तमाम भूदान से जुड़े साथी भी इस सम्मान में शामिल रहे । संघ की सचिव बहन उर्मिला श्रीवास्तव और संजय राय तथा बंगाल की शाखा की मार्गदर्शक श्रीमती शिखा सान्याल का विशेष योगदान रहा। हरिजन सेवक संघ केंद्रीय कार्यालय की डा निशाबाला त्यागी श्री शंभू शाह, बबीता बहन, श्री राजाराम, श्री दुबे जी आशुतोष जी और अन्य सभी का योगदान रहा।