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Jaya Bachchan vs Kangana Ranaut Now : कामरा पर कंगना-जया क्यों लड़ पड़ीं?
अभिव्यक्ति की आजादी मिलती है
अब कॉमेडियन कुणाल कामरा के संविधान को दिखाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आपको अभिव्यक्ति की आजादी मिलती है, पर आपकी अभिव्यक्ति की आजादी किसी पर व्यक्तिगत प्रहार करने के लिए नहीं हो सकती है. सीएम योगी ने कहा कि दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों ने देश का चीर हरण करना, विभाजन की खाई को और चौड़ी करने के लिए इस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मान लिया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर किया
वैसे आपको ये भी बता दें कि कुणाल के सपोर्ट में भी बहुत सी आवाजें उठ रही हैं फिल्म मेकर हंसल मेहता ने कुणाल कामरा के सपोर्ट में अपने इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर किया.जिसमें उन्होंने लिखा कि 'कामरा के साथ जो कुछ भी हुआ वो दुखद है. मगर महाराष्ट्र में ऐसी घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं. मैं खुद ऐसी ही घटना का साक्षी बन चुका हूं. 25 साल पहले इसी राजनीतिक पार्टी के वफादारों ने मेरे ऑफिस पर हमला किया था. मेरे ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ की थी. मेरे साथ मारपीट की थी. मेरे चेहरे पर कालिख पोत दी थी. और मुझे माफी मांगने के लिए मजबूर किया था... मुझे एक बूढ़ी औरत के पैरों पर गिरा दिया गया था. ये सब मेरी फिल्म में इस्तेमाल हुए एक सिंगल डायलॉग्स की वजह से हुआ.
जया बच्चन और कंगना रनौत के बीच जंग छिड़ गई
इन सबके बीच कामरा को लेकर जया बच्चन और कंगना रनौत के बीच जंग छिड़ गई है. और ऐसा क्यों हुआ चलिए आपको डिटेल में बताते हैं. दरअसल इसकी शुरुआत तब हुई जब जया बच्चन ने कुणाल कामरा को अपना समर्थन दिया... जया बच्चन ने एएनआई से बातचीत में कहा कि अगर ऐसे ही बोलने पर पाबंदी लगती रही तो मीडिया वालों का क्या होगा.वो आपपर भी प्रतिबंध लगा रहे हैं कल को कहेंगे कि जया बच्चन का इंटरव्यू मत लो.आखिर अब कहां है फ्रीडम ऑफ स्पीच. क्या बोलने की आजादी का एक्शन तभी होता है जब मारामारी होती है. विपक्ष वालों को मारो, महिलाओं का बलात्कार करो. उनका मर्डर कर दो विपक्ष को बोलने मत दो. टांग दो और तो अब क्या बाकी है
फिर खुद की पार्टी बना ली
जया बच्चन यहीं नहीं रूकीं.उन्होंने महाराष्ट्र सरकार पर भी हमला बोला. एकनाथ शिंदे पर बोलते हुए जया बच्चन ने कहा कि आपकी जो असली पार्टी थी वो तो आपने सत्ता के लिए छोड़ दी.फिर खुद की पार्टी बना ली क्या आपने तब बाला साहेब ठाकरे का अपमान नहीं किया था?
बस, जया बच्चन का इतना कहना नहीं हुआ कि एक्ट्रेस और मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना भी खुद को कुणाल कामरा वाली कंट्रोवर्सी में शामिल करने से नहीं रोक पाईं कंगना रनौत ने पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया रखी.उन्होंने कहा कि कॉमेडी के नाम पर किसी की इज्ज़त उछालना गलत है. ये वही लोग हैं, जो ज़िंदगी में कुछ नहीं कर पाए.
एकनाथ शिंदे जी किसी जमाने में रिक्शा चलाते थे
कंगना ने आगे कहा कि आप कॉमेडी के नाम पर उनकी इज्जत उछाल रहे हैं... उनकी बुराई कर रहे हैं और उनके काम को नजरअंदाज कर रहे हैं... एकनाथ शिंदे जी किसी जमाने में रिक्शा चलाते थे... आज वो अपने दम पर हैं? और कॉमेडी के नाम पर ऐसा करने वालों के पास क्या है? उन्होंने खुद की जिंदगी में क्या किया है, ये लोग जो जिंदगी में कुछ कर नहीं पाए... मैं कहती हूं कि अगर वो कुछ लिख सकें तो साहित्य में क्यों नहीं लिखते? कॉमेडी के नाम पर गाली या अभद्रता करते हैं...
कंगना ने ये भी कहा कि कॉमेडी के नाम पर हमारे ग्रंथों का मजाक उड़ाना, लोगों का मजाक उड़ाना, माताओं-बहनों का मजाक उड़ाना गलत है... आजकल सोशल मीडिया पर किस तरह के लोग आ गए हैं, जो खुद को इनफ्लूएंसर्स कह रहे हैं... कंगना ने पूछा कि हमारा समाज कहां जा रहा है... दो मिनट की फेम के लिए ये क्या कर रहे हैं, हमें इस बारे में सोचना चाहिए