कांशीराम साहब ने हमेशा दलित वंचित समाज के विकास के लिए कार्य किया:  राम ह्रदय राम
 

Kanshi Ram sahab always worked for the development of the Dalit deprived society: Ram Hriday Ram
Kanshi Ram sahab always worked for the development of the Dalit deprived society: Ram Hriday Ram
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय).कांशीराम साहब के  परि निर्माण दिवस पर गुरु रविदास महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम ह्रदय राम ने कहा  1964 एक दलित सामाजिक कार्यकर्ता बन गए थे. उनके करीबी लोगों के अनुसार उन्होंने यह निर्णय डॉक्टर आंबेडकर की किताब "एनीहिलेशन ऑफ कास्ट" को पढ़कर लिया था. कांशीराम को  बी. आर. अम्बेडकर और उनके दर्शन ने काफी पभावित किया था.

कांशीराम साहब ने शुरू में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) का समर्थन किया था लेकिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ जुड़े रहने के कारण उनका भंग हो गया था. इसक कारण उन्होंने 1971 में अखिल भारतीय एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक कर्मचारी संघ की स्थापना की जो कि बाद में चलकर 1978 में बामसेफ बन गया था. बामसेफ एक ऐसा संगठन था जिसका उद्देश्य अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अन्य वर्गों और अल्पसंख्यकों के शिक्षित सदस्यों को अम्बेडकरवादी सिद्धांतों का समर्थन करने के लिए राजी करना था.

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