केदारनाथ हादसा: हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पायलट राजवीर सिंह चौहान सहित 7 श्रद्धालुओं की दुखद मृत्यु

गौरीकुंड/दौसा (राजस्थान)। उत्तराखंड के केदारनाथ धाम की पावन यात्रा उस समय शोक में डूब गई जब आज सुबह गौरीकुंड के पास एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट सहित कुल 7 लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। हादसे में जान गंवाने वाले पायलट की पहचान राजस्थान के दौसा निवासी राजवीर सिंह चौहान के रूप में हुई है, जो हाल ही में जुड़वा बच्चों के पिता बने थे।
राजवीर सिंह कुछ महीनों पहले ही आर्यन एविएशन से जुड़े थे और नियमित रूप से गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच उड़ानें भरते थे। मंगलवार सुबह जब वह श्रद्धालुओं को लेकर वापस लौट रहे थे, तभी यह भीषण हादसा हो गया।
राजवीर सिंह चौहान: एक जिम्मेदार पायलट और समर्पित परिवार पुरुष
राजवीर सिंह चौहान पूर्व सैनिक भी रह चुके थे। उनकी पत्नी भारतीय सेना में कार्यरत हैं और चार महीने पहले ही दोनों को जुड़वा बच्चों के जन्म का सौभाग्य मिला था। उनका पारिवारिक जीवन नई शुरुआत की ओर बढ़ रहा था, लेकिन यह हादसा पूरे परिवार को गहरे शोक में डाल गया है। उनके दौसा स्थित घर पर शोक की लहर है और क्षेत्रीय लोग सांत्वना देने के लिए पहुंच रहे हैं।
राजस्थान मुख्यमंत्री ने जताया शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा:"केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राजस्थान के पायलट तथा अन्य श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद है। बाबा केदार दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को यह अपार पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
हादसों की पुनरावृत्ति पर उठे सवाल
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर हादसे अब चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में हुए हादसों ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
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क्या मौसम की अनदेखी की जा रही है?
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क्या उड़ानों की निगरानी और तकनीकी जांच में कोई चूक हो रही है?
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इन हादसों की जिम्मेदारी कौन लेगा?
सरकार और एविएशन विभाग से अब यात्रियों और पायलटों की सुरक्षा को लेकर ठोस व्यवस्था की मांग की जा रही है।