यूपीआईटीईएक्स 2025 में खरीदारों को पसंद आ रहे खादी कपड़े और स्किनकेयर प्रोडक्ट्स

कॉटन पर उभरी खाटली की खूबसूरती
सूरत से आई जैश फैशन की ऑनर सुजाता शिंदे ने बताया कि हम लखनऊ के लोगों के लिए शॉर्ट और लॉन्ग कुर्ती से लेकर वन पीस, थ्री पीस लेकर आए हैं। हमारे पास मसलिन, टिशू और कॉटन के फैब्रिक हैं, जिसमें मिरर वर्क और गुजरात का स्पेशल खाटली वर्क किया गया है। लखनऊ के लोगों को यह खूब पसंद आ रहा है।
स्किन केयर प्रोडक्ट्स और ड्राई फ्रूट्स में दिखी दिलचस्पी
एक्सपो में आने वाले लोगों में स्किन केयर प्रोडक्ट्स को लेकर खास दिलचस्पी देखने को मिली। प्योर इंडिया के मार्केटिंग मैनेजर ने बताया कि हमारे पास आने वाले लोगों ने नेचुरल साबुन से लेकर हेयर पैक, फेस पैक और पेन रिलीफ ऑयल जैसे विभिन्न उत्पादों की खरीदारी की है। उन्होंने बताया कि हमारे पास 35 तरह के साबुन और 20 तरह के हेयर पैक उपलब्ध हैं। इसके अलावा मुजफ्फरपुर से आए नदीम ने बताया कि हमारे शॉप में आने वाले लोगों ने गुड़ की शक्कर की खरीदारी में विशेष रुचि दिखाई है इसके अलावा लोग तिल, हल्दी, नारियल, मूंगफली और सौंफ इलायची फ्लेवर के गुड़ की भी खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा मेरठ में बने खादी के कुर्ते से लेकर खादी शर्ट और नेहरू जैकेट भी लोगों खूब पसंद आ रही है। अफगानिस्तान के काबुल से आए हामिद ने बताया कि लखनऊ वासियों को अफगानी बादाम, अखरोट, खजूर, ब्लैकबेरी, प्लम, ब्लूबेरी, खुबानी, मुनक्का, किशमिश और अंजीर खूब पसंद आ रहे हैं। इसके साथ ही शाम को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसे श्रवण कुमार, डॉ. लोकेश त्रिपाठी, डॉ. सर्वेश त्रिपाठी, योगेंद्र योगी और विनय प्रकाश की रचनाओं को दर्शकों ने तालियों से बखूबी सराहा।
इसके अलावा रिटेल उद्योग को बेहतर बनाने में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की भूमिका विषय पर कांक्लेव आयोजित किया गया। इस अवसर पर इरेन्द्र छाबड़ा, प्रेसिडेंट – भरुवा सॉल्यूशन्स प्रा. लिमिटेड (ए पतंजलि ग्रुप कंपनी) ने कीनोट स्पीकर के रूप में डिजिटल ट्रैन्स्फॉर्मैशन के साथ ई आर पी पर भी बात की उन्होंने कहा, "आज डेटा और उसका गहन विश्लेषण मिनटों में उपलब्ध हो जाता है। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन हर रिटेल व्यवसाय का दिल है और इसकी शुरुआत न्यू एज ईआरपी से होती है। इसलिए डिजिटल सोचें, व्यवसाय के बारे में सोचें।" डॉक्टर जतिंदर सिंह, डिप्टी सेक्रेटरी जनरल, पीएचडीसीसीआई ने कार्यक्रम का आरंभ करते हुए कहा, "डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन आज के समय की आवश्यकता है। इनसे व्यापारिक प्रक्रियाएँ सरल, भरोसेमंद और पारदर्शी हो रही हैं। विवेक अग्रवाल, को-चेयर, यूपी स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई ने डिजिटल मार्केट पर अपने विचार व्यक्त किए, "पीएचडीसीसीआई 120 वर्षों से उद्योग और सरकार के बीच पुल का काम कर रहे हैं। यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। आज, बिना बाजार जाए, घर बैठे सामान मंगवाना डिजिटल दुनिया का प्रभाव है। संजीव सरीन, चेयर – रिटेल स्टेट सबकमिटी, यूपी स्टेट चैप्टर – पीएचडीसीसीआई ने उपस्थित जनसमूह को बताया, "आज उपभोक्ता का व्यवहार तेजी से बदल रहा है। अगर हमने खुद को नहीं बदला, तो बाजार हमें बदल देगा। रजनीश रावत, मैनेजिंग डायरेक्टर, ओरिजिन्स एडवरटाइजिंग प्रा. लिमिटेड ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की उपयोगिता के बारे में बताते हुए कहा, "हमने करीब 10 साल पहले ईआरपी को लागू करना शुरू किया था, जिसने बाज़ार में हमारी साख को बढ़ाया। अतुल श्रीवास्तव, रीजनल डायरेक्टर, यूपी स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई ने धन्यवाद संदेश में कहा कि उत्तर प्रदेश में रिटेल इंडस्ट्री कृषि के बाद जीडीपी में सबसे बड़ा योगदान देती है। डिजिटल उपकरण अब ग्राहकों को उत्पाद का अनुभव देने में सक्षम हैं।