साहित्य ही जिनका जीवन दर्शन था : याद किए गए प्रो एस जेड एच आबिदी
लखनऊ विश्वविद्यालय के कई कार्यरत एवं सेवा निवृत्त शिक्षक उपस्थित रहे ,और उन्होंने अपने अनुभवों को साझा किया ।जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली , अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय अलीगढ़ , इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माइस धनबाद और अन्य संस्थानों के विद्वानों ने ऑनलाइन ज्वाइन करके प्रो जहीर हसन आबिदी के बारे में अपने विचार व्यक्त किया ।प्रो आबिदी ने लगभग 4 दशकों के अपने शिक्षण में 40 के आसपास विद्यार्थियों को शोध कार्य कराया है , जिनमे से अधिकांश विभिन्न विश्वविद्यालयों एवम उच्च शिक्षण संस्थानों में कार्यरत हैं।
प्रशासनिक सेवा के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी प्रति भाग कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया जिनमे से मुख्य रूप से श्री आदर्श सिंह आई ए एस , सुश्री शीतल वर्मा आई ए एस, श्री प्रकाश डी, आई पी एस,सुश्री मंजिल सैनी आई पी एस, सुश्री सुमेधा द्विवेदी आई पी एस आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित किया ।कार्यक्रम का संचालन जामिया मिलीया दिल्ली में अंग्रेजी की शिक्षक डॉ शूबी आबिदी ने किया । छत्तीसगढ़ कैडर की वरिष्ठ आई ए एस अधिकारी शम्मी आबिदी ने प्रो आबिदी के लेखन, शिक्षण एवं मानवीय पहलू के बारे में बताया , वहीं भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी आरिफ शेख ने प्रो आबिदी के अंतर्विषयात्मक ज्ञान और उनके जीवन मूल्यों पर चर्चा किया ।कॉरपोरेट सेक्टर में कार्यरत सुश्री रूबी आबिदी ने प्रो आबिदी के जीवन में साहित्य के प्रभाव पर चर्चा की। विगत अप्रैल महीने में प्रो एस जेड एच आबिदी का निधन हो गया था ।