सैकड़ों बाल विवाह रोकने वाली जुझारू आशा बहन (45)ने आज असमय लखनऊ में अंतिम सांस ली    

Asha sister (45), a fighter who stopped hundreds of child marriages, breathed her last untimely in Lucknow today.
सैकड़ों बाल विवाह रोकने वाली जुझारू आशा बहन (45)ने आज असमय लखनऊ में अंतिम सांस ली
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ ( आर एल पाण्डेय )         विनोबा सेवा आश्रम शाहजहांपुर में गत दो दशक से कार्यकर्ता के रूप में क्रांति कार्यक्रम, परिवार परामर्श केंद्र, चाइल्ड लाइन में  काम करने वाली बहुत ही कर्मठ बहन आशा सक्सेना को दो दिन पूर्व ब्रेन हैमरेज हुआ ।

भाई श्री नन्द किशोर जी जो उनके पति बल्कि अच्छे सहयोगी के रूप में उन्हें आश्रम में अनेक बार लेकर आते थे। उनके  अनुसार  परसों घर में ही अचानक ब्रेन हैमरेज हुआ। उन्हें  शाहजहांपुर,  और बरेली में वेदांता, लखनऊ में राजधानी हॉस्पिटल और अपोलो जैसे बड़े अस्पतालो में इलाज के लिए ले जाया गया इसके बाबजूद उन्हें  बचाया नहीं जा सका।

आज उन्होंने लखनऊ से वापस लाते समय अंतिम सांस ली । आज दोपहर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने राष्ट्रीय राजमार्ग पर  विनोबा सेवा आश्रम के द्वार  पर संस्थापक रमेश भइया, संरक्षक विमला बहन,प्रबंधक मुदित कुमार , विद्यालय  प्राचार्य श्यामपाल जी, स्वास्थय प्रभारी कमला बहन, व्यवस्थापक के पी सिंह, शिक्षिका शिवांगी, पप्पी, मंजू, अल्पना  रायजादा अंजू  प्रीती, अशोक कुमार,  दिनेश सक्सेना,  कार्यकर्ता अली हसन, कमलेश, चंद्रावती एवं दिव्या श्रीवास्तव पहुंची। सभी ने उनके बेटे हिमांशु  जो पुलिस विभाग में हैं दूसरे बेटे जो प्रतियोगी परीक्षाओं की।तैयारी में जुटे हैं , को ढाढस बंधाया। स्वाबलंबन में श्री अखलाक खां और हेल्प में अंकित मिश्रा , वन स्टेशन वन उत्पाद स्टाल पर श्री अखिलेश उपाध्याय, अनिल सिंह, मोरवेल ओर्गनिका में सचिव मोहित कुमार  सुजीत सिंह शिवा और अमन ने आशा बहन  की असमय मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए  उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर।आश्रम के अनेक।कार्यकर्ता शामिल हुए।

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