प्रबंधन प्रधानाचार्य एवं शिक्षक मिलकर छात्रों के उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं
सर्वप्रथम समवेत स्वरों में ईश प्रार्थना द्वारा परम शक्ति से आशीर्वाद याचना की गई। तत्पश्चात मां शारदा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया एवं पारंपरिक दीप प्रज्वलन हुआ। संस्थापक प्रबंधक श्रद्धेय पूरन सिंह जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये गये ।
इस अवसर पर समस्त शाखाओ के शिक्षकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारंभ एल्डिको शाखा की शिक्षिका सुश्री राधा द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना से हुआ। सभी कार्यक्रम एक से बढ़कर एक थे। इंद्राणी नगर द्वारा प्रस्तुत नारी शक्ति पर आधारित कार्यक्रम तथा विकास नगर द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम 'ब्रेक द ग्लास सीलिंग एंड लेट इक्वलिटी प्रीपेल कार्यक्रमों ने सामाजिक जागरूकता का परिचय दिया। गीता पल्ली शाखा द्वारा राजस्थानी लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। राजेंद्र नगर शाखा ने कृष्ण नृत्य एवं शिक्षकों पर आधारित एक लघु नाटिका प्रस्तुत की।
बाराबंकी शाखा ने वाईब्रेंट इंडिया फाक एक्सट्रावैगेनजा प्रस्तुत किया। लखपेड़ा बाग शाखा ने माधुरी दीक्षित के नृत्यों पर आधारित तथा राजेंद्र नगर 337 शाखा ने मनोरंजन मैशअप नृत्य प्रस्तुत किया। राजाजीपुरम शाखा ने तुमसे है उजालों का कारवां गीत प्रस्तुत किया। जानकीपुरम शाखा ने टोटल धमाल प्रस्तुति दी । एल्डिको शाखा द्वारा प्रस्तुत कव्वाली को विशेष रूप से सराहा गया। वाटर वर्क्स शाखा ने पंजाबी हरयाणवी मैशअप नृत्य प्रस्तुत किया।
प्रबंधक डॉक्टर बृजेंद्र सिंह ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के महत्वपूर्ण कार्य को करने के लिए शिक्षकों की भूमिका को सराहते हुए कहा कि शिक्षक की गुणवत्ता के आधार पर ही अध्यापक से शिक्षक तथा शिक्षक से गुरु बना संभव है। एल्डेको शाखा के प्रधानाचार्य श्रीमती शर्मिला सिंह जी ने इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रबंधन प्रधानाचार्य एवं शिक्षक मिलकर छात्रों के उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
इस अवसर पर सभी प्रधानाचार्याओं, शिक्षकों एवं सहायक कर्मचारी को उपहार प्रदान किए गए। सभी के लिए जलपान एवं भोजन की भी व्यवस्था की गई थी।