उत्तर प्रदेश में माटीकला महोत्सव का भव्य आगाज़: माटीकला पोर्टल और ई-वेरिफिकेशन ऐप लॉन्च

लखनऊ, अक्टूबर 2025। उत्तर प्रदेश के कारीगरों और पारंपरिक शिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी, हथकरघा एवं वस्त्र मंत्री राकेश सचान ने शुक्रवार को खादी भवन में माटीकला महोत्सव 2025 का औपचारिक शुभारंभ किया। दीपावली के अवसर पर 10 से 19 अक्टूबर तक चलने वाले इस महोत्सव में माटीकला उत्पादों की 50 निःशुल्क दुकानें लगाई गई हैं, जहाँ विभिन्न जनपदों से आए कारीगरों के आकर्षक और अभिनव उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं।
तकनीकी नवाचार: पोर्टल और ऐप का लोकार्पण
महोत्सव के उद्घाटन समारोह में माटीकला बोर्ड द्वारा विकसित दो महत्वपूर्ण डिजिटल उपकरणों का लोकार्पण किया गया:
-
नवीन माटीकला पोर्टल
-
ई-वेरिफिकेशन मोबाइल ऐप
डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत से कारीगरों के पंजीकरण, सरकारी योजनाओं के लाभ और सत्यापन प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और गति आने की उम्मीद है।
कारीगरों को मशीनरी और ऋण चेक वितरित
उद्घाटन के दौरान, मंत्री राकेश सचान ने कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण मशीनरी और वित्तीय सहायता वितरित की:
-
10 कारीगरों को निःशुल्क विद्युत चालित चाक।
-
2 कारीगरों को पगमिल मशीन।
-
2 लाभार्थियों को बैंकों से स्वीकृत ऋण चेक (मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के तहत)।
माटीकला बोर्ड की प्रगति और उपलब्धियाँ
मंत्री राकेश सचान ने माटीकला बोर्ड के गठन और उसकी प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सदियों पुरानी इस कला को नवाचार के माध्यम से संरक्षित और संवर्धित करने के लिए 19 जुलाई, 2018 को माटीकला बोर्ड की स्थापना की गई थी।
प्रमुख उपलब्धियाँ (स्थापना से अब तक)
-
पहचान और पट्टा आवंटन: 48,048 कारीगर परिवारों की पहचान की गई, और 37,190 कारीगरों को मिट्टी की निकासी हेतु पट्टा आवंटित किया गया है।
-
मशीनरी वितरण: अब तक 15,932 विद्युत चालित चाक और 375 पगमिल मशीनें वितरित की जा चुकी हैं।
-
अन्य उपकरण: कारीगरों को 603 जोड़ी पी.ओ.पी. डाई, 31 पेंटिंग मशीनें और 81 दीया मशीनें भी प्रदान की गई हैं।
रोजगार सृजन और प्रशिक्षण
-
रोजगार योजना: मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के तहत पिछले छह वर्षों में 1,114 लाभार्थियों को ऋण स्वीकृत कर नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कराई गई। इस वर्ष 300 नई इकाइयों की स्थापना का लक्ष्य है।
-
प्रशिक्षण: तकनीकी प्रशिक्षण के लिए 16,307 लाभार्थियों को, उद्यम संचालन के लिए 1,114 को और शिल्पकारी प्रशिक्षण के लिए 6,786 लाभार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
-
सामान्य सुविधा केंद्र (CFC): राज्य में 6 कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC) पहले ही स्थापित हो चुके हैं, जबकि अमेठी, बरेली और बिजनौर में 3 नए CFC की स्थापना प्रक्रिया में है।
उद्घाटन समारोह में माटीकला बोर्ड के महाप्रबंधक शिशिर, नोडल अधिकारी संजय कुमार पांडे सहित खादी ग्रामोद्योग बोर्ड और माटीकला बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
