मेदांता लखनऊ में अनोखी तकनीक "अनरिस्ट्रिक्टेड काइनेमेटिक्स" से इलाज में बढ़ी सटीकता, सुरक्षा और तेज़ रिकवरी
Unique technology "Unrestricted Kinematics" at Medanta Lucknow increases treatment accuracy, safety and faster recovery
Wed, 25 Jun 2025

लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय).रोबोटिक सर्जरी वर्तमान समय में चिकित्सा क्षेत्र में वरदान साबित हो रही है। इसकी मदद से एक ओर जहां कम समय में बेहतर और सटीक इलाज मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर सर्जरी के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली खास तकनीक से मरीज की तेज रिकवरी हो रही है और ब्लड लॉस भी कम हो रहा है।
मेदांता अस्पताल, लखनऊ ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। मेदांता द्वारा ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट में रोबोटिक सर्जरी के दौरान अनरिस्ट्रिक्टेड काइनेमेटिक्स तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मेदांता हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के निदेशक डॉ सौरभ शुक्ला ने बताया कि हमारे द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली इस तकनीक से मरीजों को अप्रत्याशित परिणाम मिल रहे हैं। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में इसमें मांशपेशियां बेहद कम कटती हैं, जिससे सर्जरी के बाद दर्द और ब्लड लॉस काफी कम होता है। मरीज़ों की रिकवरी तेज़ी से होती है। यह सर्जरी न केवल सटीक है बल्कि कई बार सामान्य सर्जरी से भी कम समय में पूरी हो जाती है। खास बात यह भी है कि इस प्रक्रिया में लगाए गए इम्प्लांट की उम्र करीब पांच साल अधिक होती है और मांसपेशियों में बहुत छोटा चीरा लगने के कारण इम्प्लान्ट्स की स्टेबिलिटी भी कहीं बेहतर होती है।
अनरिस्ट्रिक्टेड काइनेमेटिक्स तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह घुटनों के नैचुरल एलाइनमेंट से छेड़छाड़ नहीं होती। इसमें सिर्फ़ प्रभावित सतह को बदला जाता है, जिससे मरीज़ को इम्प्लांट के साथ भी स्वाभाविक अनुभव होता है। घुटनों को जबरन पूरी तरह सीधा करने के बजाय वह जैसे हैं वैसे रखने का प्रयास होता है ताकि चलने की स्पीड और बैलेंस पर कोई बुरा असर न पड़े।
मेदांता हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने कहा कि हम महज़ तीन महीनों में 140 से अधिक सफल सर्जरी कर चुके हैं, जो न सिर्फ़ इस तकनीक पर लोगों के भरोसे को दिखती है बल्कि चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे तकनीकी विकास की मिसाल भी है।