एम.एल.के. पी.जी. कॉलेज में ‘सम्पूर्ण स्वास्थ्य- मनोवैज्ञानिक प्रतिरक्षा प्रणाली’ पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. कुमुद श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों में मानसिक दबाव का प्रमुख कारण स्कूल और कॉलेज की प्रतिस्पर्धा, समाज तथा अभिभावकों की अत्यधिक अपेक्षाएं होती हैं। उन्होंने बताया कि असफलता को स्वीकार कर सकारात्मक सोच के साथ वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करते हुए लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. जे.पी. पांडेय ने कहा कि परिस्थितियों की समझ और अनुशासित दृष्टिकोण अपनाकर हर व्यक्ति अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती कृतिका तिवारी ने किया और उन्होंने सेमिनार के उद्देश्य व विषय पर प्रकाश डाला।डॉ. स्वदेश भट्ट ने अतिथि परिचय प्रस्तुत किया, जबकि डॉ. सुनील कुमार शुक्ला ने आयोजन सचिव के रूप में धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो. वीना सिंह, सह-समन्वयक डॉ. वंदना सिंह और संयुक्त आयोजन सचिव श्री राजर्षि मणि त्रिपाठी ने मुख्य वक्ता का सम्मान प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया।
कार्यक्रम में प्रो. रेखा सिंह, डॉ. अनामिका सिंह, डॉ. प्रखर त्रिपाठी सहित महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापक एवं छात्र उपस्थित रहे। सेमिनार के अंत में सभी प्रतिभागियों ने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने और स्वस्थ समाज निर्माण की शपथ ली।
