बलरामपुर में 26 जून को बाढ़ आपदा से निपटने की मॉक ड्रिल – तैयारियां पूर्ण

ड्रिल स्थल:
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तहसील बलरामपुर: सिसई घाट
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तहसील तुलसीपुर: लौकहवा
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तहसील उतरौला: पीडिया खुर्द
मॉक ड्रिल का उद्देश्य
इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य है – प्राकृतिक आपदा के समय प्रशासन की प्रतिक्रिया क्षमता का मूल्यांकन करना और स्थानीय जनता में जागरूकता फैलाना। यह अभ्यास यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में विभागों के बीच त्वरित समन्वय और प्रभावी राहत कार्य सुनिश्चित हो सके।
पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक
मॉक ड्रिल की सफलता सुनिश्चित करने हेतु अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) श्री प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में संबंधित विभागों के साथ एक समन्वय बैठक आयोजित की गई। इसमें राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, NDRF, फ्लड पीएसी, परिवहन, पशुपालन, नगर निकाय और अन्य विभागों को सौंपे गए जिम्मेदारियों की विस्तृत समीक्षा की गई।
मॉक ड्रिल की रूपरेखा: घटनाक्रम आधारित परिदृश्य
घटना 1: नाव पलटना
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सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम सक्रिय होगा।
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NDRF, फ्लड पीएसी, मेडिकल टीम, एम्बुलेंस और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंचेगी।
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बचाए गए व्यक्ति को CPR देने के बाद सिसई पीएचसी में भर्ती कराया जाएगा।
घटना 2: टापू पर 5 लोग फंसे
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टीम मौके पर पहुंचकर सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन करेगी।
घटना 3: राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ना
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गांवों में सार्वजनिक मुनादी कर लोगों को प्रशासन द्वारा स्थापित बाढ़ शरणालयों में भेजा जाएगा।
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राजस्व विभाग लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाएगा।
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स्वास्थ्य विभाग लोगों और मवेशियों का चिकित्सा परीक्षण करेगा और आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराएगा।
उपस्थित रहेंगे वरिष्ठ अधिकारी
इस मॉक ड्रिल में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारी, NDRF, फ्लड पीएसी, पुलिस, आपदा मित्र, और आम नागरिकों की भागीदारी रहेगी।