मोहन मावा लखनऊ के प्रतिष्ठित दृश्य कलाकार, जिनकी कला बोलती है
Mohan Mawa – Lucknow's iconic visual artist whose art speaks volumes
Thu, 30 Oct 2025

लखनऊ डेस्क (प्रत्यूष पाण्डेय)। लखनऊ में स्थित प्रसिद्ध दृश्य कलाकार मोहन मावा अपने अद्भुत कलात्मक दृष्टिकोण और सृजनात्मकता के लिए जाने जाते हैं। कला के क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता और वर्षों के अनुभव ने उन्हें भारत के अग्रणी कलाकारों की श्रेणी में स्थापित किया है। अपनी रचनात्मकता, समर्पण और अद्वितीय दृष्टि के बल पर मोहन मावा ने कला जगत में एक विशेष स्थान बनाया है।
साल 2005 से अब तक वे देशभर में आयोजित 50 से अधिक कला प्रदर्शनियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं और कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित हुए हैं। उन्होंने डिजिटल फ़ोटोशॉप, डिजिटल फ़िल्म मेकिंग, स्टोरीबोर्डिंग, डिजिटल फ़ोटोग्राफी एडिटिंग, मैनुअल पेंटिंग और क्ले मॉडलिंग जैसे कई माध्यमों में अपनी निपुणता साबित की है।
वर्तमान में मोहन मावा टेक्नो ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स में कला के प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। वे न केवल विद्यार्थियों को कला का प्रशिक्षण दे रहे हैं, बल्कि स्वयं एक सक्रिय और सृजनशील कलाकार के रूप में भी निरंतर योगदान दे रहे हैं। उनकी यात्रा आज के युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रारंभिक जीवन
सितंबर 1983 में कानपुर में जन्मे मोहन मावा को बचपन से ही कला में गहरी रुचि थी। समय के साथ यह रुचि उनका जुनून बन गई। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर, कानपुर से प्राप्त की और आगे की पढ़ाई डी.ए.वी. महाविद्यालय से विज़ुअल आर्ट्स में स्नातक के रूप में पूरी की।
पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने स्वतंत्र कलाकार के रूप में काम शुरू किया। उन्होंने मूवी थिएटरों और विज्ञापन बैनरों के लिए हाथ से बने पोस्टर और पेंटिंग्स तैयार कीं, जो स्थानीय स्तर पर काफी सराही गईं। उनका मानना है कि कला केवल कौशल नहीं, बल्कि दृष्टि, भावना और आत्मा की अभिव्यक्ति है।”
अपने करियर की शुरुआत उन्होंने एरीना एनिमेशन इंस्टीट्यूट में कला प्रशिक्षक के रूप में की। यहीं से उनकी पहचान एक सक्षम डिजिटल कलाकार के रूप में बनी।
प्रमुख प्रदर्शनियाँ
मोहन मावा की रचनाएँ देशभर में आयोजित विभिन्न प्रदर्शनियों में प्रदर्शित हो चुकी हैं।
उनकी कुछ प्रमुख प्रदर्शनियाँ —
जेडिया कला प्रदर्शनी – 2005 (कानपुर)
छत्रिया कला प्रदर्शनी – 2005 (कानपुर)
स्नातकोत्तर एसोसिएशन प्रदर्शनी – 2006 (ललित कला अकादमी)
इलाहाबाद कला मेला – 2005 एवं 2006 (संयोजक)
मूवी पोस्टर प्रदर्शनी – 2008 (ललित कला अकादमी)
पेंटिंग प्रदर्शनी – 2017 (ललित कला अकादमी, लखनऊ)
आरंभ कला प्रदर्शनी – 2018 (कला स्रोत आर्ट गैलरी, लखनऊ)
पुरस्कार एवं उपलब्धियाँ
कला के क्षेत्र में मोहन मावा ने अपने समर्पण और निरंतर अभ्यास से एक अलग पहचान बनाई। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने से पहले ही वे अनेक प्रतियोगिताओं में विजेता बन चुके थे।
उनकी प्रमुख उपलब्धियाँ
एरीना मल्टीमीडिया (2004) – पोर्ट्रेट मेकिंग में प्रथम पुरस्कार
पी.जी. प्रतियोगिता (2005) – कार्टूनिंग में द्वितीय पुरस्कार
पी.जी. प्रतियोगिता (2005) – क्ले मॉडलिंग में द्वितीय पुरस्कार
संगिनी भारती (2006) – क्ले मॉडलिंग में प्रथम पुरस्कार
चित्रकुशी कला मेला (2006) – पॉट मेकिंग में प्रथम पुरस्कार
युवा फेस्टिवल (2006) – पोस्टर मेकिंग में द्वितीय पुरस्कार
चित्रकुशी कला मेला (2006) – चित्रकला प्रतियोगिता में तृतीय पुरस्कार
लक्ष्मी देवी ललित कला अकादमी (2007) – पोस्टर मेकिंग में प्रथम पुरस्कार
युवा महोत्सव (2016) – कार्टूनिंग में प्रथम पुरस्कार
वर्तमान योगदान
आज मोहन मावा एक सशक्त कलाकार, शिक्षक और प्रेरक के रूप में कार्य कर रहे हैं। वे अपने विद्यार्थियों को यह सिखाते हैं कि कला केवल विषय नहीं, बल्कि जीवन जीने की शैली है।
उनकी पेंटिंग्स, डिजिटल आर्टवर्क और शिक्षण कार्य आज की पीढ़ी के लिए रचनात्मकता, समर्पण और संवेदना का सुंदर उदाहरण हैं।उनकी कला जीवन के रंगों को न केवल चित्रों में, बल्कि विचारों में भी साकार करती है।
