देवी गीतों से सजा माता का दरबार
"लग गई रे मइया को नजरिया..., "मां अम्बे भरोसा तेरा, मेरा पार लगा दो बेड़ा...", "सज रही शेरों वाली मां लाल चोले में.....", "उड़े रे मां की चुनरी, मस्त गगन में....", आदि भजनों से कीर्तन का समां बंध गया। इस अवसर पर महिलाओं ने नृत्य किया तथा सभी उपस्थित महिलाएं भक्ति से सराबोर हो गईं। भजन-कीर्तन का आयोजन रेखा शर्मा ने किया।

भजन-कीर्तन में कल्पना भटनागर, प्रभा उपाध्याय, संगीता शर्मा, गीता शर्मा, अनन्या शर्मा, अंशू गुप्ता, नीना श्रीवास्तव, कीर्ति श्रीवास्तव, मंजू जायसवाल, शशिभा सक्सेना, सुदामा देवी, उर्मिला, कनक पाण्डेय, प्रतिभा शाही, नीलम मिश्रा, शालिनी श्रीवास्तव, कविता पाण्डेय, जया श्रीवास्तव, शोभा, पुष्पा यादव, अर्चना मिश्रा, वन्दना सिंह, अर्चना उपाध्याय, सुब्रमण्यम, सीमा सहित कई अन्य महिलाएं शामिल थीं। इस अवसर पर मानवाधिकार जनसेवा परिषद के अध्यक्ष रूप कुमार शर्मा, दिलीप शर्मा, अर्थ शर्मा भी उपस्थित रहे।
