CID में तैनात महिला हेड कांस्टेबल की हत्या का खुलासा: सिपाही पति ने किया सरेंडर, प्रेमिका और बीमे की रकम के लालच में ली जान
Murder of female head constable posted in CID revealed: Constable husband surrenders, takes life for greed of girlfriend and insurance money
Mon, 8 Dec 2025
गोरखपुर/संतकबीरनगर। UP CID में तैनात महिला हेड कांस्टेबल सरोज यादव की मौत को अब पुलिस ने हत्या का मामला माना है। कई महीनों तक इसे सामान्य मौत समझा गया, लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट में एल्युमीनियम फॉस्फाइड जहर मिलने के बाद पूरा मामला पलट गया। इसी कड़ी में सरोज के पति और UP पुलिस के सिपाही अष्टभुज कुमार यादव ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है।
फॉरेंसिक रिपोर्ट ने खोला राज
सरोज यादव की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी, लेकिन प्रारंभिक स्तर पर यह सामान्य मौत लग रही थी। बाद में आई फॉरेंसिक रिपोर्ट ने बताया कि शरीर में एल्युमीनियम फॉस्फाइड पाया गया, जो आमतौर पर कृषि क्षेत्रों में उपयोग होने वाला घातक जहर है। इससे साफ हो गया कि मौत प्राकृतिक नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या थी।
ससुर का बड़ा आरोप: अवैध संबंध और बीमे की रकम का लालच
मृतक सरोज के पिता हरिलाल यादव ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके दामाद अष्टभुज का खलीलाबाद में पोस्टिंग के दौरान एक महिला कांस्टेबल से अवैध संबंध था।
सरोज जब इसका विरोध करती थी, तो आरोपी पति उसे मारता-पीटता था।
उन्होंने बताया कि शादी के बाद सरोज के नाम 50 लाख का टर्म लाइफ इंश्योरेंस लिया गया था।
पति-पत्नी के नाम पर 41 लाख का संयुक्त लोन लिया गया।
इसके अलावा एक अन्य बैंक से 20 लाख का कर्ज भी लिया गया।
परिजनों का आरोप है कि अष्टभुज ने सरोज की मौत के बाद इंश्योरेंस क्लेम के लिए भी प्रयास किए।
प्रेमिका की चाह और आर्थिक लाभ के लिए रची गई साजिश
परिजनों का कहना है कि आरोपी सिपाही ने प्रेमिका के साथ रहने और भारी-भरकम बीमा रकम हासिल करने के लालच में सरोज को जहर देकर मौत के घाट उतारा। घटना के महीनों बाद साक्ष्यों की पुष्टि होने पर पुलिस ने मामले में हत्या की धाराएं बढ़ाईं।
अब कोर्ट में सरेंडर
गिरफ्तारी से बच रहा अष्टभुज आखिरकार न्यायालय में पेश होकर सरेंडर हो गया। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है ताकि हत्या की पूरी साजिश और इसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका सामने आ सके।
