लखनऊ में आर्बिट्रशन और माध्यस्थम् विषय पर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित 

National seminar on arbitration and mediation organized in Lucknow
लखनऊ में आर्बिट्रशन और माध्यस्थम् विषय पर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ (आर एल पाण्डेय).विश्वविद्यालय द्वितीय कैम्पस के विधि के क्षेत्र में हाल ही में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसका विषय "नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन आर्बिट्रेशन एंड मीडियेसन एट क्रॉसरोडः फ्रॉम प्रेजेंट टू फ्यूचरा यह सम्मेलन, 28 अप्रैल 2024 को आयोजित किया गया, जो वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्रों के विकासशील परिदृश्य पर चिंतन और परामर्थों के लिए एक मंच प्रदान करता है।

राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन समारोह विधि समुदाय के प्रतिष्ठित माननीय न्यायमूर्ति श्री अब्दुल मोईन, (उच्च न्यायालय- इलाहाबाद, लखनऊ बेंच), मुख्य अतिथि के रूप में किया। माननीय न्यायमूर्ति श्री शमीम अहमद ((उच्च न्यायालय- इलाहाबाद लखनऊ बेंच), विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रमुख अभिवक्ता प्रो. डॉ. एस.डी. शर्मा, कुमाऊँ विश्वविद्यालय ने मुख्य वक्तव्य दिया, जिन्होंने शैक्षिक परिप्रेक्ष्यों के साथ चर्चा को समृद्ध किया ।

समापन समारोह में विधिक और शैक्षिक क्षेत्रों से प्रतिष्ठित गणमान्य उपस्थित रहे। माननीय न्यायमूर्ति श्रीमती संगीता चंद्रा, (उच्च न्यायालय इलाहाबाद लखनऊ बेंच), मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रही, जो अपनी अनुभव और अवलोकनों के साथ सम्मेलन की समृद्धि पर चर्चा की। विशिष्ट अतिथि और माननीय न्यायमूर्ति श्री सुभाष विद्यार्थी ने आयोजन को गौरव प्रदान किया, जिन्होंने अपने विधि विशेषज्ञता की गहरी समझ के साथ कार्यक्रम को समृद्ध किया।

सम्माननीय अतिथियों में प्रो. डॉ. आर. के. सिंह, निदेशक द्वितीय कैम्पस, लखनऊ विश्वविद्यालय, जिन्होंने प्रक्रियाओं को समृद्ध करने के लिए अपना समर्थन और अवलोकन प्रदान किया। और अन्य गौरवशाली उपस्थिति, प्रो. डॉ. मोहम्मद अहमद (कॉन्फ्रेंस के सचिव), और प्रो. डॉ. हरिश चंद्र राम, (कॉन्फ्रेंस के उप सचिव), ने कार्यक्रम को महत्वपूर्ण रूप से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इसके अलावा,  विधि विभाग के प्रतिष्ठित सदस्यों में, पूर्व डीन डॉ. सी.पी. सिंह, डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, डॉ. अलोक कुमार यादव, डॉ. अर्चना सिंह, डॉ. आर.एस. राठी और डॉ. राधेश्याम तिवारी शामिल थे, जिन्होंने चर्चाओं को समृद्ध करने के लिए अपनी विशेषज्ञता का योगदान दिया।कॉन्फ्रेंस के छात्र-अध्यक्ष  सचिन वर्मा के अतिरिक्त मासूम अली, प्रज्ञा सिंह आशीष कुमार और अन्य संगठन सदस्य उपस्थित रहे।

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