राष्ट्रीय युवा वाहिनी ने ज्ञापन सौंपकर बांग्लादेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

The National Youth Brigade submitted a memorandum demanding sanctions against Bangladesh.
 
राष्ट्रीय युवा वाहिनी ने ज्ञापन सौंपकर बांग्लादेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

बलरामपुर। राष्ट्रीय युवा वाहिनी संगठन ने बुधवार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित श्रीकांत उपाध्याय के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा। ज्ञापन में संगठन ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे कथित अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की।

ज्ञापन में पंडित श्रीकांत उपाध्याय ने बताया कि हाल ही में बांग्लादेश में दलित हिंदू युवक दीपू दास को इस्लामिक कट्टरपंथी भीड़ द्वारा ईशनिंदा का आरोप लगाकर कथित रूप से जिंदा जला दिया गया। उन्होंने दावा किया कि इस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर उपलब्ध है, जिसमें पीड़ित बांग्लादेशी पुलिस संरक्षण में दिखाई देता है, इसके बावजूद उसकी हत्या कर दी गई। इससे यह प्रतीत होता है कि वहां हिंदू समुदाय की सुरक्षा गंभीर खतरे में है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता परिवर्तन के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बढ़े हैं और सरकार व प्रशासन कट्टरपंथी तत्वों पर प्रभावी कार्रवाई करने में विफल रहा है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हैं, जिनमें हिंदुओं को धार्मिक प्रतीकों के कारण निशाना बनाया जा रहा है।

संगठन ने यह भी कहा कि भारत ने वर्ष 1971 में बांग्लादेश की आज़ादी के लिए युद्ध लड़ा, आर्थिक सहायता दी और लाखों शरणार्थियों को आश्रय दिया, जिसमें भारत के हजारों सैनिकों ने अपने प्राण न्योछावर किए। इसके बावजूद बांग्लादेश में कथित रूप से भारतीय सैनिकों की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने के वीडियो सामने आ रहे हैं, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।

राष्ट्रीय युवा वाहिनी ने राष्ट्रपति से निम्नलिखित मांगें रखीं—

  1. जनवरी 2026 से प्रस्तावित आईपीएल में बांग्लादेशी खिलाड़ियों की भागीदारी पर प्रतिबंध लगाया जाए।

  2. बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होने तक किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच पर प्रतिबंध लगाया जाए।

  3. हिंदू समुदाय की सुरक्षा तक भारत द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता रोकी जाए।

  4. भारत-बांग्लादेश के बीच सभी प्रकार के व्यापार पर प्रतिबंध लगाया जाए।

  5. बांग्लादेश के नेताओं, अभिनेताओं एवं नागरिकों के भारत आगमन पर रोक लगाई जाए।

  6. दीपू दास की हत्या के मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में उठाया जाए तथा दोषियों को आतंकी घोषित कर कार्रवाई की जाए।

  7. पाकिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की जान-माल की सुरक्षा हेतु उन्हें भारत लाने की व्यवस्था की जाए।

  8. भविष्य में देश के विभाजन की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए।

इस अवसर पर आनंद शर्मा, पवन शर्मा, गौरव शर्मा, नितिन शर्मा, अयांश उपाध्याय, प्रदेश गुप्ता, विवेक शर्मा, पप्पू, मनीष शर्मा, राहुल शर्मा, पवन कुमार, सुरेंद्र शर्मा, दलवीर सिंह, वकील उद्दीन सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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