एनसीसी ट्रैकिंग कैंप: सातवें दिन यक्ष सरोवर का भ्रमण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

पौराणिक महत्व के यक्ष सरोवर का भ्रमण
सोमवार को, बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अरविंद प्रताप सिंह पटवाल और एडम ऑफिसर कर्नल अनुराग गंजवार के निर्देशन में ट्रैकिंग शुरू हुई। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख निदेशालय के कैडेट्स ने अपने एनसीसी अधिकारियों और पीआई स्टाफ के साथ निर्धारित रूट पर ट्रैकिंग की।
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प्रमुख आकर्षण: कैडेट्स ने यक्ष सरोवर (रजिया ताल) का भ्रमण किया।
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ऐतिहासिक महत्व: यह ताल श्रावस्ती के सोहेलवा जंगल में स्थित है और इसका पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व है। इसे पांडव काल से जोड़ा जाता है, जहाँ माना जाता है कि युधिष्ठिर और यक्ष का संवाद हुआ था।
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नामकरण: इस ताल का नाम दिल्ली की पूर्व सुल्तान रजिया सुल्तान के नाम पर पड़ा है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे यहाँ आती थीं।
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जल स्तर: इस तालाब की एक खास बात यह है कि इसका जल स्तर पूरे साल लगभग एक समान रहता है।
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धार्मिक जुड़ाव: यह सरोवर विभूतिनाथ मंदिर से जुड़ा है, जहाँ भक्त यहाँ से जल ले जाकर भगवान शिव का अभिषेक करते हैं।

सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन
रविवार की देर शाम को सभी निदेशालयों के कैडेटों के बीच विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें कैडेटों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया:
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प्रतियोगिताएँ: एकल गायन (जूनियर/सीनियर), एकल नृत्य (जूनियर/सीनियर), और समूह गान।
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प्रदर्शन: कैडेटों ने अपने-अपने प्रदेशों की सांस्कृतिक झलकियाँ प्रस्तुत करने के साथ ही देशभक्ति से ओत-प्रोत गीत-संगीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इन सभी प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को कैंप के समापन समारोह के दौरान मेडल प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर सूबेदार मेजर बिनय घोष, ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार नंद सिंह, बलबीर सिंह, सतबीर सिंह, सुबिक गुरुंग, विभिन्न निदेशालयों के एनसीसी अधिकारी और पीआई स्टाफ आदि मौजूद रहे।
