नवनियुक्त निदेशक प्रोफेसर (डॉ0) सी0एम0 सिंह ने अपने कार्यकाल के 101वें दिन संक्रमण रोकथाम की ओर नर्सेज के प्रशिक्षण की ओर उठाया बीड़ा

इस अद्भुत कार्यक्रम को संस्थान के निदेशक प्रोफेसर (डॉ0) सी0एम0 सिंह, के निर्देशन में आयोजित किया गया, जिसमे संस्थान की कर्मठ मुख्य नर्सिंग अधिकारी, श्रीमती सुमन सिंह की मुख्य भूमिका रही। निदेशक महोदय की अध्यक्षता में आयोजित उक्त कार्यक्रम में प्रोफेसर अजय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, प्रोफेसर ए0पी0 जैन, विभागाध्यक्ष सी0टी0वी0एस0 एवं अध्यक्ष मीडिया पी0आर0 सेल, प्रोफेसर एस0 के0 भट्ट, कृते चिकित्सा अधीक्षक, प्रोफेसर पी0के0 दास, विभागाध्यक्ष एनेस्थीसिया क्रिटिकल केयर एव मुख्य नर्सिंग अधिकारी मंचासीन रहें। उक्त कार्यक्रम में संस्थान की नर्सिंग सुपिरिंटेंडेंट व कार्यरत समस्त नर्सिंग इंर्चाज भी मौजूद रहें।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मंचासीन उपस्थित गणमान्यजनों के द्वारा दीप प्रज्जवलन कर शुरूवात हुई। डा0 पी0के दास, विभागाध्यक्ष एनेस्थिसिया, अध्यक्ष मीडिया प्रभारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की मंच पर विशिष्ट उपस्थिति से संक्रमण के रोकथाम व रोगियों की चिकित्सा उपचार में नर्सिंग संवर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता दिखाई दी, कार्यक्रम की थीम “गहन देखभाल जटिलता एवं रोगी प्रबन्धन” थी, दिन भर चली इस कार्यशाला में प्रतिभागिता करने के लिए नर्सिंग संवर्ग का सैलाब उमड़ पड़ा जिसमें उनके साथ-साथ संस्थान के कई चिकित्सकों का उत्साह भी देखने को मिला।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं संस्थान निदेशक प्रो0 सी0एम0 सिंह जो कि स्वयं में अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कम्यूनिटी मेडिसीन के विशेषज्ञ हैं उन्होंने खचाखच भरे हुए सभागार में उपस्थित नर्सिंग सवंर्ग से सीधा संवाद करते हुए किसी बीमारी बिशेषकर संक्रमण से चार प्रकार के रोकथामों “प्रिमोडियल/प्राइमरी/सेकेन्डरी/टेरटियरी प्रिवेंशन” के विषय में बताया और जोर दिया। संस्थान मे 3एम इंडिया लिमिटेड द्वारा अन्तराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे संक्रमण रोकथाम के प्रति महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कार्यशाला में उपस्थित समस्त नर्सिंग इन्चार्ज को अस्पताल द्वारा जनित संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी को सर्तक रहने हेतु प्रेरित किया। अपने सम्बोधन के दौरान नर्सिंग इर्न्चाजों को बताया कि आपके अधीनस्थ कार्यरत समस्त नर्सिंग प्रोफेशनल को भी इसके प्राथमिक रोकथाम के बारे में जानकारी देने की विशेष आवश्यकता है, जिससे अस्पताल में प्राथमिक संक्रमण को रोका जा सकता है।
प्रोफेसर अजय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा की एन0ए0बी0एच0 के गाइडलाइन का अनुसरण करने से हमारे संस्थान में संक्रमण के दर में काफी कमी हुई है। भविष्य में सही प्रैक्टिस बनाए रखने से संक्रमण रोकने में उच्च लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।प्रोफेसर ए0पी0 जैन, विभागाध्यक्ष सी0टी0वी0एस0 एवं अध्यक्ष मीडिया प्रभारी ने अपने संबोधन में संस्थान के इस पहल के प्रति नर्सिंग प्रशासन को शुभकामनाएं देते हुए नर्सेस चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण के प्रति संस्थान के प्रशासन की कट्बद्धता पर जोर दिया तथा संस्थान की नर्सेस के माध्यम से संक्रमण की रोकथाम के चिकित्सा शिक्षण प्रशिक्षण की ओर संस्थान के नये नेतृत्व की प्रतिबद्धता से अवगत कराया।
इस अवसर पर डा0 पी0के0 दास ने कैथेटर इन्फेक्सन से बचाव के महत्व को बताया एवं इस तरह के प्रशिक्षण को अपने कार्यशैली में लाने पर जोर दिया। उन्होंने आई0सी0यू0 में पाये जाने वाले कामन नोजोकोमियल (अस्पताल में होने वाला इन्फेक्सन) इन्फेक्सन एवं उनसे बचाव के बारे में बताया।दिनभर कार्यशाला को रोचक एवं ज्ञानवर्धक बनाने के लिए श्रीमती कामिनी कपूर, एन0एस0, मुख्य हास्पिटल ब्लाक एवं 3एम से डा0 अस्मिता पाल ने समस्त प्रतिभागी को प्रशिक्षण किया। संस्थान का मीडिया पी0आर0 प्रकोष्ठ प्रोफेसर ए0पी0 जैन, अध्यक्ष मीडिया प्रभारी के नेतृत्व में पी0आर0ओ0 श्रीमती मीना जौहरी एवं नोडल अधिकारी निमिषा सोनकर के साथ सक्रिय रहा।