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एनएचएम कर्मियों ने तेज किया प्रदर्शन

जिले में 829 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारी हैं। यह कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ हैं। इन कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2024-25 में पांच प्रतिशत वार्षिक वेतनवृद्धि अभी तक नहीं दिया गया है। आरोप है कि अन्य जिलों में यह वेतनवृद्धि दे दी गई है। विभागीय अधिकारी कमीशन के चक्कर में कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से एनएचएम संविदा कर्मी अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं।
शुक्रवार को जिले के सभी जिला अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में तैनात एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। कई जगहों पर चिकित्साधीक्षकों को कर्मियों ने ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों की मांग को लेकर स्वास्थ्य महकमा गंभीर नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि उनकी मांगों पर सीएमओ ध्यान नहीं दे रहे हैं। संघ के जिलाध्यक्ष अविनाश विक्रम सिंह व मंडलीय महामंत्री सूर्यमणि त्रिपाठी ने बताया कि एनएचएम कर्मियों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी। विभागीय अधिकारी कर्मचारियों को उग्र प्रदर्शन करने के लिए बाध्य कर रहे हैं। आगामी सात अप्रैल से जिले में तैनात एनएचएम के सभी चिकित्सक व कर्मी काम काज पूरी तरह से बंद कर देंगे। साथ ही सीएमओ कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की होगी। शुक्रवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय, जिला मेमोरियल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुलसीपुर, गैसड़ी, पचपेड़वा, उतरौला, रेहरा बाजार, श्रीदत्तगंज, जोकहिया सहित अन्य जगहों पर तैनात एनएचएम कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया है।
बाक्स न्यूज
एनएचएम कर्मियों ने सीएम से लगाई गुहार
जिले में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिले के एनएचएम संविदा कर्मियों ने न्याय की गुहार लगाई है। कर्मियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर्मचारियों के हितों को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। बावजूद इसके कुछ अधिकारियों की मनमानी के कारण कर्मचारियों का हक मारा जा रहा है। बलरामपुर इकलौता जनपद है जहां पर एनएचएम संविदा कर्मियों को पांच प्रतिशत वेतनवृद्धि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से मांग किया है कि इस प्रकरण का संज्ञान लेकर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करके कर्मचारियों को उनका हक दिलाएं।