एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर में चल रहे संस्थापक सप्ताह समारोह के पांचवें दिन शाम को अन्तरसंकाय विविधा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया

बलरामपुर : एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर में चल रहे संस्थापक सप्ताह समारोह के पांचवें दिन बुधवार की देर शाम अन्तरसंकाय विविधा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में चारो संकायों के प्रतिभागियों के मध्य सुर और ताल का महामुकाबला हुआ जिसमें अपने मन्त्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुति से कला संकाय ओवरआल चैंपियन बना।
अन्तरसंकाय विविधा प्रतियोगिता का शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव लेफ्टिनेंट कर्नल रिटायर्ड आर के मोहन्ता,संयुक्त सचिव बी के सिंह,51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी बलरामपुर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अरविन्द प्रताप सिंह पटवाल एवं प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया। उपस्थित प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए सचिव लेफ्टिनेंट कर्नल मोहन्ता ने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों को विभिन्न कौशल और ज्ञान प्राप्त करने, खुद को खोजने, खुद को अभिव्यक्त करने, आत्मविश्वास पैदा करने और महत्वपूर्ण सामाजिक कौशल विकसित करने में मदद करती हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने से शैक्षणिक उपलब्धि में भी सुधार हो सकता है। प्राचार्य प्रो0 पाण्डेय ने सभी अतिथियों का स्वागत करने के साथ ही कला संकाय की संयोजक प्रो0 रेखा विश्वकर्मा सह संयोजक लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान व मणिका मिश्रा, विज्ञान संकाय की संयोजक प्रो0 वीणा सिंह ,सह संयोजक डॉ वर्षा सिंह व प्रियांशु मिश्र,शिक्षक शिक्षा संकाय के संयोजक प्रो0 एस पी मिश्र व सह संयोजक डॉ राम रहीस व डॉ मिथलेश मिश्रा तथा वाणिज्य संकाय के संयोजक डॉ के पी मिश्र व सह संयोजक डॉ के के सिंह व सिद्धार्थ मोहन्ता के अथक प्रयास व परिश्रम की सराहना की।
सांस्कृतिक निदेशक डॉ अनामिका सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रतियोगिता की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के एसोसिएट एन सी सी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान ने किया। विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान डॉ स्वदेश भट्ट ने टेबुलेटर की भूमिका निभाई।निर्णायक नारी ज्ञान स्थली गोण्डा की संगीत शिक्षिका किरण पाण्डेय, सेंट थोरेन्स विद्यालय कुशीनगर के संगीत शिक्षक मितुल शर्मा व सेंट जेवियर स्कूल बलरामपुर के संगीत शिक्षक गुरमीत सिंह ने स्वर,स्केल,प्रस्तुति, समन्वय व वेश भूषा के आधार पर निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया।
एकल गायन में विज्ञान को प्रथम,बीएड को द्वितीय व कला संकाय को तृतीय स्थान के लिए चुना। समूह गायन में कला संकाय को प्रथम, बीएड व विज्ञान को द्वितीय तथा वाणिज्य को तृतीय स्थान के लिए चुना। एकल नृत्य छात्र वर्ग में वाणिज्य को प्रथम,कला को द्वितीय व बीएड को तृतीय तथा छात्रा वर्ग में कला संकाय को प्रथम,बीएड को द्वितीय व विज्ञान को तृतीय स्थान के लिए चयनित किया।
वहीं समूह नृत्य में कला संकाय को पहला,बीएड को दूसरा व विज्ञान को तीसरा मिला। कला संकाय ने ओवरऑल बेहतरीन प्रदर्शन करके चल वैजंती विनर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया जबकि बीएड को रनर ट्रॉफी प्राप्त हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष ,प्राध्यापक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी व परिवार के सदस्य तथा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।