आल इंडिया यू पी ट्रैक प्रथम के दूसरे दिन स्वच्छता ही सेवा मिशन के साथ कैम्प का शुभारंभ हुआ
कैडेटों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्रावस्ती अजय कुमार द्विवेदी ने कहा कि ट्रेकिंग छात्रों को नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करती है, जिससे उनका आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल बढ़ता है। ये भूमिकाएँ हाइक का नेतृत्व करने से लेकर मार्ग या शिविर सेटअप के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लेने तक हो सकती हैं। नेतृत्व की स्थिति में कदम रखकर, छात्र अपने साथियों का मार्गदर्शन करना, समूह की गतिशीलता का प्रबंधन करना और दूसरों की भलाई के लिए ज़िम्मेदारी लेना सीखते हैं। उन्होंने कैडेटों का आह्वान किया कि आप एक जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य निभाते हुए राष्ट्रसेवा हेतु सतत प्रयास करें।
कैम्प कमांडेंट बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अरविन्द प्रताप सिंह पटवाल ने जिलाधिकारी के द्वारा ट्रैकिंग कैम्प हेतु मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राकृतिक वातावरण में ट्रेकिंग करने से छात्रों को ताज़ी हवा और कई तरह के प्राकृतिक तत्वों का अनुभव होता है, जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। बाहर समय बिताने से ऑक्सीजन का सेवन बढ़ता है, जो समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए ज़रूरी है। इसके अलावा, प्रकृति में विविध सूक्ष्मजीव जीवन के संपर्क में आने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाएँ मज़बूत हो सकती हैं।
इसके पूर्व कैडेटों को प्रातःकालीन कार्य में स्वच्छता ही सेवा है मिशन के तहत कैम्प का शुभारंभ हुआ। इसके पश्चात राप्ती ग्रुप, देवीपाटन ग्रुप, सुहेलवा ग्रुप व थारू ग्रुप आदि टीमें अपने निर्धारित ट्रैक रुट पर ट्रैकिंग किया। इस दौरान कैडेटों ने श्रावस्ती का भी विजिट किया जहाँ पर उन्होंने भगवान बुद्ध की तपोभूमि का भ्रमण कर वहाँ के पुरातात्विक महत्व को जाना, साथ ही थाई मंदिर मंगलजय धम्म मंदिर में भगवान बुद्ध के समक्ष प्रार्थना एवं ध्यान किया गया।
इस अवसर पर एडम ऑफिसर अनुराग गंजवार, लेफ्टिनेंट डॉ सूर्य भान रावत,लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान, लेफ्टिनेंट मदन लाल, सूबेदार मेजर आनरी कैप्टन राम निवास, सूबेदार खड़का बहादुर,सूबेदार नायक,सूबेदार बलबीर सिंह, कुलदीप सिंह व नन्द सिंह आदि मौजूद रहे।