ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक कार्रवाई और देश विरोधी तत्वों पर कड़ा संदेश

Operation Sindoor: India's decisive action and a strong message to anti-national elements
 
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक कार्रवाई और देश विरोधी तत्वों पर कड़ा संदेश
लखनऊ, मई 2025 – भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति बिल्कुल स्पष्ट और दृढ़ है। ऑपरेशन सिंदूर महज़ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता की रक्षा का स्पष्ट और साहसी जवाब था। यह जवाब उस क्रूर आतंकी हमले के खिलाफ था जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों, विशेषकर हिंदू तीर्थयात्रियों की जान चली गई।

भारतीय सेना ने इस बर्बरता का मुंहतोड़ जवाब देते हुए नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया — जिनमें से चार पाकिस्तान की सीमा में और पांच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित थे। यह कार्रवाई केवल आतंकवाद के खिलाफ एक जवाब नहीं थी, बल्कि यह संदेश भी थी कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।

 जब सैनिक लड़ रहे थे, कुछ लोग फैला रहे थे नफरत

जहां एक ओर हमारी सेना दुश्मनों से लोहा ले रही थी, वहीं सोशल मीडिया पर कुछ असामाजिक तत्व भारत के खिलाफ झूठा और भ्रामक कंटेंट फैला रहे थे। इनमें से कई पोस्ट्स में ताजमहल को जलता हुआ दिखाने वाली AI-जनरेटेड वीडियो, पाकिस्तान की सेना की तारीफ़ें, और भारत विरोधी बयान शामिल थे।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले में अब तक 25 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और 40 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच शुरू की है। क्या यह देशद्रोह नहीं है कि जब देश शोक में हो, तब कुछ लोग झूठी कहानियों से माहौल को भड़काएं?

यह गुस्सा सिर्फ जनता का नहीं, एकता की आवाज़ है

यह नाराज़गी अकेले आम नागरिक की नहीं, बल्कि हर उस भारतीय की है जो देश से प्यार करता है। फिल्मी सितारों से लेकर आम जनता तक – सब इस देशविरोधी रवैये से आहत हैं। सोशल मीडिया पर उठ रही आवाज़ यही कहती है – भारत में रहकर, भारत का खाकर, भारत के खिलाफ ज़हर उगलना अस्वीकार्य है।

 केवल गुस्सा नहीं, ज़िम्मेदारी भी हमारी है

यह समय केवल नाराज़ होने का नहीं, बल्कि जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनने का है। हमें न केवल फेक न्यूज़ और भ्रामक वीडियो से बचना है, बल्कि उन्हें आगे बढ़ाने से भी रोकना है। असम और यूपी पुलिस ने जिस तरह त्वरित कार्रवाई की है, वह सराहनीय है – लेकिन इसकी शुरुआत हर नागरिक की डिजिटल जिम्मेदारी से होनी चाहिए।

 मीडिया की भी हो जिम्मेदारी

कुछ मीडिया चैनल्स ने भी इस संवेदनशील समय में भ्रामक वीडियो प्रसारित किए। इजरायल के पुराने हवाई हमलों को "ऑपरेशन सिंदूर" के नाम पर पेश किया गया। यह कृत्य न केवल गैर-पेशेवर था, बल्कि जनता को गुमराह करने वाला भी था। मीडिया से अपील है – सच्चाई को प्राथमिकता दें, न कि सनसनी को।

 ऑपरेशन सिंदूर – हर भारतीय की जीत

ऑपरेशन सिंदूर उस माँ की जीत है, जिसने अपने बेटे को देश के लिए खोया, उस बहन की जीत है जिसने अपने भाई की शहादत देखी, और हर उस नागरिक की जीत है जो देश के लिए जीता है और मरने को तैयार है।

 हम सबका संकल्प – देश के खिलाफ एक भी आवाज़ नहीं सहेंगे

आइए, मिलकर यह प्रण लें कि:

  • देश विरोधी गतिविधियों को सहन नहीं करेंगे

  • फेक न्यूज़ का हिस्सा नहीं बनेंगे

  • सच को फैलाएंगे और एकजुट रहेंगे

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