Pakistan rejects the Visa of Adnan Shami : माँ के इंतकाल पर भी नहीं पहुँच पाएं Adnan Sami, Pakistan ने किया Adnan का वीज़ा रद्द

आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसी कहानी की, जो न सिर्फ दिल को छू लेगी, बल्कि आपको सोचने पर भी मजबूर कर देगी। ये कहानी है famous सिंगर और म्यूजिक कंपोजर अदनान सामी की, जिन्होंने अपनी सुरीली आवाज से लाखों दिलों को जीता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा आया था, जब अदनान सामी अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए तरस गए थे? जी हां, उनकी मां का इंतकाल हुआ, और पाकिस्तान ने उनका वीजा रिजेक्ट कर दिया। आखिर क्यों? क्या थी इसकी वजह? और कैसे अदनान ने इस दुख को सहा? चलिए, इस दिल दहला देने वाली कहानी को शुरू से जानते हैं।
अदनान सामी, एक ऐसा नाम जिसने बॉलीवुड में अपनी खास जगह बनाई। ‘तेरा चेहरा’, ‘लिफ्ट करा दे’, ‘माहिया’ जैसे गानों ने उन्हें india में घर-घर में famous कर दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अदनान का जन्म लंदन में हुआ था, उनके पिता पाकिस्तानी थे, और उनकी मां जम्मू से थीं? जी हां, अदनान का परिवार पाकिस्तान में रहता था, और उनके पास पहले Pakistani citizenship थी। लेकिन 2001 में वो भारत आए, और 2016 में उन्होंने
Indian citizenship हासिल की।
लेकिन ये सफर इतना आसान नहीं था। अदनान को Indian citizenship लेने के लिए 18 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। इस दौरान उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। एक समय तो ऐसा भी था जब वो किसी भी देश के नागरिक नहीं थे। वो कहते हैं, “पासपोर्ट सिर्फ एक कागज है, लेकिन जब आप किसी देश के नहीं होते, तो आप कुछ भी नहीं कर सकते।”
अदनान ने हमेशा कहा कि भारत में उन्हें वो प्यार और सम्मान मिला, जो एक कलाकार को चाहिए। लेकिन पाकिस्तान में उनकी इस पसंद को लेकर हमेशा विवाद रहा। कई बार उन्हें पाकिस्तानी ट्रोल्स ने निशाना बनाया, और उनकी नागरिकता को लेकर सवाल उठाए। लेकिन अदनान ने हर बार करारा जवाब दिया। फिर भी, एक ऐसा मौका आया, जब पाकिस्तान ने उन्हें ऐसा दुख दिया, जिसे वो कभी नहीं भूल सकते।
अक्टूबर 2024 में अदनान सामी की जिंदगी में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने उन्हें अंदर तक हिला दिया। उनकी मां, जो पाकिस्तान में रहती थीं, उनका अचानक इंतकाल हो गया। ये खबर अदनान के लिए किसी सदमे से कम नहीं थी, क्योंकि उनकी मां को कोई serious health problem भी नहीं थी।
अदनान ने तुरंत फैसला किया कि वो अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाएंगे। उन्होंने भारत सरकार से इसकी इजाजत मांगी। भारत सरकार ने उनकी situation को समझा और तुरंत उन्हें जाने की अनुमति दे दी। अदनान ने कहा, “मैंने भारत सरकार से पूछा था कि मेरी मां का इंतकाल हुआ है, क्या मुझे कोई आपत्ति है? उन्होंने कहा, ‘आपकी मां हैं, आपको जरूर जाना चाहिए।’”
लेकिन जब अदनान ने पाकिस्तान में वीजा के लिए अप्लाई किया, तो जो हुआ, वो दिल दहला देने वाला था। पाकिस्तान ने उनका वीजा रिजेक्ट कर दिया। जी हां, अदनान ने अपील की, “मेरी मां का इंतकाल हुआ है, मुझे उनके जनाजे में शामिल होना है,” लेकिन फिर भी पाकिस्तान ने उन्हें अनुमति नहीं दी।
सोचिए, एक बेटा अपनी मां को आखिरी विदाई भी नहीं दे सका। अदनान ने बताया कि उन्हें अपनी मां का जनाजा व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर देखना पड़ा। वो कहते हैं, “मैंने अपनी मां का जनाजा व्हाट्सएप पर देखा।” क्या आप इस दर्द की कल्पना कर सकते हैं? एक बेटा, जो अपनी मां के आखिरी पलों में उनके पास नहीं पहुंच सका, वो कितना टूट गया होगा।
सवाल ये उठता है कि आखिर पाकिस्तान ने अदनान का वीजा क्यों रिजेक्ट किया? क्या वजह थी कि एक बेटे को अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोका गया? कई रिपोर्ट्स के according , इसका कारण अदनान का भारतीय नागरिकता लेना था। पाकिस्तानी सरकार को अदनान का भारत के प्रति प्यार और उनकी भारतीय नागरिकता पसंद नहीं आई।
अदनान ने कई बार खुलकर पाकिस्तान सरकार और सेना की आलोचना की है। चाहे वो पहलगाम आतंकी हमले की बात हो, या फिर पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर के प्रमोशन पर उनका तंज, अदनान ने हमेशा सच बोलने की हिम्मत दिखाई। लेकिन इसका खामियाजा उन्हें इस तरह भुगतना पड़ा।
पाकिस्तान में कुछ लोग और सरकार का मानना था कि अदनान ने भारत में पैसों के लिए नागरिकता ली। लेकिन अदनान ने साफ किया कि उनका फैसला प्यार और सम्मान के लिए था, न कि पैसे के लिए। वो कहते हैं, “मैंने पाकिस्तान में करोड़ों की संपत्ति छोड़ी। मुझे भारत में प्यार मिला, एक कलाकार के तौर पर सम्मान मिला, और यही मेरे लिए सबसे बड़ी दौलत है।”
अदनान सामी ने भारत को अपना घर बनाया। वो कहते हैं कि भारत ने उन्हें सिर्फ नागरिकता नहीं दी, बल्कि बेपनाह प्यार भी दिया। चाहे वो पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के आदेश पर उनका feedback हो, या फिर कश्मीर को भारत का हिस्सा बताने वाला उनका ट्वीट, अदनान ने हमेशा भारत के लिए अपना प्यार जताया।
पाकिस्तान में उनके against ट्रोलिंग होती रही, उनके परिवार पर सवाल उठाए गए, लेकिन अदनान कभी नहीं डरे। एक बार जब पाकिस्तान के former minister फवाद चौधरी ने उनकी नागरिकता पर सवाल उठाया, तो अदनान ने जवाब दिया, “इस अनपढ़ मूर्ख को कौन बताए!”
अदनान सामी की ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपको लगता है कि पाकिस्तान का ये फैसला सही था, या ये एक बेटे के साथ अन्याय था? अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें।