पानी पिलाओ परिंदा बचाओ’’ नेशलन कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेंटर के सहयोग से

Give water, save the bird in collaboration with National Computer Training Center
पानी पिलाओ परिंदा बचाओ’’ नेशलन कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेंटर के सहयोग से
भयंकर गर्मी के मौसम में मानव हो पशु-पक्षियों सभी को पानी की तलाश रहती है। लोगों के लिए तो विभिन्न स्थानों पर प्याऊ व नल के साथ-साथ अन्य व्यवस्था भी रहती है लेकिन पक्षियों को पानी पीने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में ‘’पानी पिलाओ परिंदा बचाओ’’ नेशलन कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेंटर के सहयोग से ‘’निमदस’’ संस्था द्वारा शहर से लेकर गांवों तक जाकर पेड़ों पर मिट्टी के बर्तन में परिंदों के लिए दाना-पानी रखा जाता है.

किसी भी पक्षी की भूख-प्यास से मौत न हो

इसी मुहिम के तहत आज सूचना कार्यालय के परिसर में लगे पेडों में पानी भरकर टांगा गया। संस्था के प्रबन्ध निदेशक एसके वर्मा ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि गर्मी की वजह से किसी भी पक्षी की भूख-प्यास से मौत न हो लोगों से अपील है कि वे पक्षियों के लिए पानी की उचित व्यवस्था करें, ताकि खुले आसमान और धूप में विचरण करने वाले पक्षियों को राहत मिल सके।

प्यास बुझाने के लिए पक्षियों को पानी मिल सके

समाज सेविका उषा यादव ने कहा संस्था का प्रयास है कि पक्षियों को लेकर लोग जागरूक हों और इस अभियान में अपना सहयोग दें, जिससे प्यास बुझाने के लिए पक्षियों को पानी मिल सके। इससे न केवल पक्षियों की प्यास बुझाने से पुण्य मिलेगा बल्कि पर्यावरण सहेजने में भी सहयोग होगा ।प्रकृति और पर्यावरण संतुलन में पशु-पक्षियों को बहुत बड़ा महत्व है, इसलिए हमें गर्मियों में पक्षियों का जीवन बचाने के लिए अपने घरों की छत व बरामदा, आंगन में उनके लिए दाना-पानी रखना चाहिए। संस्था द्वारा चलाई जा रही 'पानी पिलाओ परिंदा बचाओ' मुहिम सराहनीय है। लोगों को मुहिम से जुड़कर पक्षियों की जिदगी बचाने के लिए छतों पर दाना-पानी जरूर रखें। इस अवसर पर अम्ब्रिका प्रसाद, राम समुझ आदि उपस्थित थे।

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