प्राथमिक विद्यालय सकरौली के पुन: संचालन की मांग, अभिभावकों ने खंड शिक्षा अधिकारी से की मुलाकात
अभिभावकों का आरोप
ग्रामवासियों का कहना है कि विद्यालय में नियुक्त अध्यापक योगेश द्विवेदी और शिवम यादव ने जुलाई 2025 में नए विद्यार्थियों के प्रवेश से मना कर दिया था। इतना ही नहीं, विद्यालय में उपस्थित छात्रों की संख्या भी जानबूझकर कम दर्शाई गई, जिसके चलते विद्यालय को बंद किए जाने की नौबत आ गई।ग्रामीणों का आरोप है कि दोनों शिक्षक लंबे समय से अपने स्थानांतरण के प्रयास में थे और विद्यालय को बंद कराने की कार्रवाई उसी उद्देश्य से की गई, जिससे ट्रांसफर पाने का रास्ता आसान हो सके।
बच्चों को हो रही भारी असुविधा
विद्यालय बंद होने के बाद ग्राम सकरौली के छोटे बच्चे मजबूरन दूर स्थित प्राथमिक विद्यालय नगला पत्तू में पढ़ने जा रहे हैं। दूरी अधिक होने के कारण बच्चों को प्रतिदिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे लेकर अभिभावकों में भारी आक्रोश है।
खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा मांगपत्र
ग्रामवासियों ने प्राथमिक विद्यालय सकरौली को तत्काल पुनः संचालित किए जाने और जिम्मेदार शिक्षकों की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।इस संबंध में ग्राम सकरौली, ब्लॉक भरखनी के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल खंड शिक्षा अधिकारी भरखनी श्री सुनील कुमार सिंह से मिला और विद्यालय को शीघ्र खोलने का अनुरोध किया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे ग्रामीण
रामकुंवर, गुड्डू, विश्वनाथ, रामबहादुर, नवीन मिश्रा, संदीपन, अशोक, वीरेंद्र मिश्रा, विवेक कुमार, आशीष कुमार, विश्राम, दिवाकर मिश्रा, विजय बहादुर, सुमन, दुलारे, शक्ति शरण, राम प्रकाश, ममता तिवारी, संदीप, अनूप, रतीराम, निलेश, विमल कुमार सहित कई अन्य ग्रामवासी इस मौके पर उपस्थित रहे। ग्रामवासियों ने उम्मीद जताई है कि शिक्षा विभाग बच्चों के हित में प्राथमिक विद्यालय सकरौली को जल्द से जल्द पुनः शुरू कराएगा, ताकि बच्चे अपने ही गांव में नियमित शिक्षा प्राप्त कर सकें।
