ट्रैजेक्टरी और रितेश अग्रवाल की साझेदारी से स्टार्टअप्स को मिलेगा नया बल

Trajectory and Ritesh Aggarwal's partnership will give new strength to startups
 
Trajectory and Ritesh Aggarwal's partnership will give new strength to startups
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।सभी के लिए आराम को सुलभ बनाने के उद्देश्य से, दिल्ली स्थित स्टार्टअप ट्रैजेक्टरी एर्गोनॉमिक कम्फर्ट प्रोडक्ट्स की दुनिया में नया बदलाव ला रहा है। इसे राघव महाजन और हिमांशु वर्मा ने शुरू किया था, जो पहले प्रोडक्ट डेवलपर रह चुके हैं। ट्रैजेक्टरी ने अपनी यात्रा एक साधारण स्लीपिंग बैग से शुरू की थी, और आज यह कंफर्ट सॉल्यूशंस का एक भरोसेमंद नाम बन चुका है।

‘शार्क टैंक इंडिया 4’ में ट्रैजेक्टरी की जोरदार एंट्री शो में आते ही ट्रैजेक्टरी के संस्थापकों ने 1 करोड़ रुपये की मांग रखी, जिसके बदले वे 2 प्रतिशत इक्विटी देने को तैयार थे। इस प्रस्ताव ने शार्क्स की दिलचस्पी बढ़ा दी। अनुपम मित्तल ने सवाल किया कि जब बाजार में ऐसे कई प्रोडक्ट्स पहले से मौजूद हैं, तो उन्हें शार्क टैंक में आने की जरूरत क्यों पड़ी? वहीं, नमिता थापर ने ब्रांड के यूनिक वैल्यू प्रपोजिशन को लेकर अपनी जिज्ञासा जाहिर की। इस पर राघव और हिमांशु ने समझाया कि ट्रैजेक्टरी सिर्फ एक प्रोडक्ट नहीं, बल्कि एक इनोवेटिव ब्रांड है जो ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से आरामदायक समाधान देता है।

रितेश अग्रवाल के साथ बड़ी डील काफी मोलभाव के बाद, ट्रैजेक्टरी ने शार्क रितेश अग्रवाल के साथ एक शानदार डील फाइनल की। रितेश ने 3% इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये निवेश किए और 8% ब्याज दर पर 50 लाख रुपये का लोन भी दिया। इस साझेदारी से बेहद उत्साहित राघव और हिमांशु ने कहा, “हम ‘शार्क टैंक इंडिया 4’ में रितेश अग्रवाल के साथ जुड़कर बेहद खुश हैं। यह हमारे लिए एक बेहतरीन अनुभव रहा, जिससे हमें अपने कम्फर्ट प्रोडक्ट्स को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने और रोजमर्रा की जिंदगी में स्वास्थ्य और आराम की अहमियत बताने का शानदार मौका मिला। शार्क रितेश की गहरी समझ और हमारे विज़न को सपोर्ट करने की उनकी इच्छा से हमें ट्रैजेक्टरी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में बड़ी मदद मिलेगी और हमारे प्रोडक्ट्स को पूरे भारत में और ज्यादा सुलभ बनाया जा सकेगा। ‘शार्क टैंक इंडिया 4’, हर सोमवार से शुक्रवार, रात 8 बजे, सिर्फ सोनी लिव पर देखा जा सकता है।

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