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पहली तिमाही में पीएटी 681 करोड़, कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 30.2% की बढ़ोतरी

PAT in Q1 was Rs 681 crore, core operating profit up 30.2%
 
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पाण्डेय)। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के निदेशक मंडल ने आज आयोजित अपनी बैठक में 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए अनऑडिटेड फाइनेंशियल रिजल्ट्स को मंजूरी दी है।

जमा और उधारी


* बैंक की कुल जमा राशि वर्ष-दर-वर्ष 35.8% की वृद्धि के साथ 30 जून, 2023 के 1,54,427 करोड़ रुपये से बढ़कर 30 जून, 2024 तक 2,09,666 करोड़ रुपये हो गई।
* ग्राहक जमा राशि वर्ष-दर-वर्ष 37.8% की बढोत्तरी के साथ 30 जून, 2023 के 1,48,474 करोड़ रुपये से बढ़कर 30 जून 2024 तक 2,04,572 करोड़ रुपये हुई। 
* सीएएसए जमा राशि 36.1% सालाना बढ़कर 30 जून 2023 के 71,765 करोड़ रुपये से 30 जून 2024 तक 97,692 करोड़ रुपये हो गई।
* सीएएसए रेशियो 30 जून 2024 तक 46.6% पर रहा।
* रिटेल डिपॉजिट्स 43.5% सालाना बढ़कर 30 जून 2023 के 1,14,272 करोड़ रुपये से 30 जून, 2024 तक 1,64,001 करोड़ रुपये हुई।
* 30 जून, 2024 तक रिटेल डिपॉजिट्स, कुल ग्राहक जमा का 80.2% है।
* लीगेसी हाई कॉस्ट बॉरोइंग्स 30 जून, 2023 के 16,055 करोड़ रुपये से घटकर 30 जून, 2024 तक 10,084 करोड़ रुपये हो गया।
* बैंक ने आर्थिक वर्ष25 की पहली तिमाही के दौरान 11 नई शाखाएँ खोलीं जिससे  30 जून, 2024 तक बैंक के शाखाओं की संख्या 955 तक पहुंच गई। 

ऋण और अग्रिम

* ऋण और अग्रिम (ऋण विकल्प सहित) 30 जून, 2023 तक 1,71,578 करोड़ रुपये से 22.0% वर्ष-दर-वर्ष बढ़कर 30 जून, 2024 तक 2,09,361 करोड़ रुपये हो गया।
* बैंक ने घोषित रणनीति के अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग को बंद करना जारी रखा है और अब 30 जून, 2024 तक यह कुल फंडेड एसेट्स का केवल 1.3% हिस्सा है।
* शीर्ष 20 एकल उधारकर्ताओं के लिए एक्सपोजर 30 जून, 2023 के 7.0% से बढ़कर 30 जून, 2024 तक 5.4% हो गया है।
* ऋण-जमा अनुपात (क्रेडिट टू डिपॉजिट रेशियो) 30 जून, 2023 के 107.3% से सुधर कर 30 जून, 2024 तक 98.1% पर पहुंच गया है।


* 30 जून, 2023 से 30 जून, 2024 के बीच इंक्रेमेंटल क्रेडिट टू डिपॉजिट रेशियो 72.1% था।

एसेट क्वालिटी 


* बैंक का ग्रॉस एनपीए वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 27 बीपीएस के जरिये 30 जून, 2023 तक 2.17% से सुधर कर 30 जून, 2024 तक 1.90% हो गया है।
* बैंक का नेट एनपीए वर्ष-दर-वर्ष आधार पर  11 बीपीएस की बेहतरी के साथ 30 जून, 2023 के 0.70% से सुधर कर 30 जून, 2024 तक 0.59% हो गया है।
* रिटेल, रुरल और एमएसएमई फाइनेंस का ग्रॉस एनपीए वर्ष-दर-वर्ष आधार पर  7 बीपीएस की बेहतरी के साथ 30 जून, 2023 के 1.53% से सुधर कर 30 जून, 2024 तक 1.46% हो गया है। 
* रिटेल, रुरल और एमएसएमई फाइनेंस का नेट एनपीए वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 6 बीपीएस की बेहतरी के साथ 30 जून, 2023 के 0.52% से सुधर कर 30 जून, 2024 तक 0.46% हो गया है। 
* इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग बुक को छोड़कर, जिसे बैंक कम कर रहा है, बैंक का जीएनपीए और एनएनपीए 30 जून, 2024 तक क्रमशः 1.60% और 0.43% हुआ।
* रिटेल, रूरल और एमएसएमई फाइनेंस पोर्टफोलियो में एसएमए-1 और एसएमए-2,  गिरावट के साथ 1.01% पर बने हुए हैं, लेकिन जेएलजी बुक के एसएमए में वृद्धि के कारण (बाढ़ के चलते) 31 मार्च, 2024 के 0.85% से बढ़कर 30 जून, 2024 तक 1.70% हो गये।

* बैंक का प्रॉविजन कवरेज रेशियो (तकनीकी राइट-ऑफ को छोड़कर) 30 जून, 2023 के 68.11% से बढ़कर 30 जून, 2024 तक 69.38% हो गया है। रन-डाउन इंफ्रास्ट्रक्चर बुक को छोड़कर, पीसीआर 30 जून, 24 को 73.48% पर था।

प्रॉफिटेबिलिटी 

* नेट इंट्रेस्ट इनकम (एनआईआई) वर्ष-दर-वर्ष 25% बढ़ी जो वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 3,745 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 4,695 करोड़ रुपये हो गई।
* नेट इंट्रेस्ट मार्जिन (आईबीपीसी और बिक्री का ग्रॉस) वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 6.33% से घटकर वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 6.22% हो गया।
* फीस और अन्य आय में वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 1,341 करोड़ रुपये से 19% की वार्षिक वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 1,595 करोड़ रुपये हो गई।
* कोर ऑपरेटिंग इनकम वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 5,086 करोड़ रुपये से 24% बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 6,290 करोड़ रुपये हो गई।
* ऑपरेटिंग एक्सपेंस वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 3,659 करोड़ रुपये से 21% की वार्षिक वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 4,432 करोड़ रुपये हो गया।
* कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट साल दर साल 30% बढ़कर वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 1,427 करोड़ रुपये से वित्तवर्ष 25 की पहली तिमाही में 1,858 करोड़ रुपये हो गया।
* प्रॉविजंस साल दर साल 109% बढ़कर वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 476 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 994 करोड़ रुपये हो गया। यह मुख्य रूप से तमिलनाडु में बाढ़ और मौसमी प्रभाव से प्रभावित जेएलजी पोर्टफोलियो के प्रावधानों में वृद्धि के कारण था।

* वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के लिए औसत वित्त पोषित परिसंपत्तियों (आईबीपीसी का ग्रॉस) के प्रतिशत के रूप में वार्षिक ऋण लागत 1.90% थी। जेएलजी बुक के प्रभाव के बिना, वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के लिए एवरेज फंडेड एसेट्स के प्रतिशत के रूप में वार्षिक ऋण लागत 1.70% थी। बैंक को उम्मीद है कि आर्थिक वर्ष25 की तिसरी तिमाही से ऋण लागत सामान्य हो जाएगी।
* शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 765 करोड़ रुपये से 11% की वार्षिक गिरावट के साथ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 681 करोड़ रुपये हो गया। संबंधित अवधि के व्यापारिक लाभ को छोड़कर, लाभ में 7% की वर्ष-दर-वर्ष गिरावट दर्ज की गई।

* जेएलजी कारोबार के लिए प्रॉविजंस वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 132 करोड़ रुपये अधिक था। इस प्रभाव को छोड़कर, तिमाही के लिए पीएटी 100 करोड़ रुपये अधिक रहा है।
* वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में आरओए 0.91% और आरओई 8.32% रहा।

कैपिटल पोजिशन 
* आर्थिक वर्ष25 की पहली तिमाही के लिए प्रॉफिट सहित पूंजी पर्याप्तता 30 जून, 2024 तक 15.88% पर मजबूत थी, जबकि सीईटी-1 अनुपात 13.34% था। जुलाई 2024 में जुटाई गई पूंजी सहित, 30 जून, 2024 तक पूंजी पर्याप्तता अनुपात (कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो) 17.21% रहा, जिसमें सीईटी-1 रेशियो 14.67% पर है।


मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ का कमेंट
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर सीईओ श्री वी वैद्यनाथन ने कहा है - 

“आज बैंकिंग में सबसे बड़ी आवश्यकता जमाराशि जुटाने की क्षमता है। इस मोर्चे पर, हम टॉप क्वालिटी सर्विस लेवल, शीर्ष श्रेणी के मोबाइल ऐप और उत्कृष्ट कॉर्पोरेट गवर्नेंस के आधार पर जमाराशि में मजबूत वृद्धि प्राप्त करना जारी रखते हैं। हमारा सीएएसए रेशियो 46.6% पर कायम है। हमारे कस्टमर डिपॉजिट्स में सालाना आधार पर 38% की वृद्धि हुई है। हम अपने ग्राहकों को उनके प्रति सद्भावना के लिए धन्यवाद देते हैं।

ग्रॉस एनपीए 1.90% पर स्थिर रहा और नेट एनपीए 0.59% रहा। इस तिमाही में प्रावधान उद्योग के अनुरूप सामान्य हो गए। तमिलनाडु में भारी बाढ़ और मौसमी कारणों से हमने एमएफआई कारोबार के लिए अतिरिक्त प्रावधान किए। हमें उम्मीद है कि पहले के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में क्रेडिट कॉस्ट सामान्य हो जाएगी।
प्रॉफिटेबिलिटी के मोर्चे पर, कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट (इनकम घटा ओपेक्स) में ट्रेडिंग लाभ को छोड़कर सालाना आधार पर 31% की वृद्धि हुई। यह वित्त वर्ष 24 में मजबूत कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट के दम पर जारी है, जो वित्त वर्ष 23 में 4,607 करोड़ रुपये से 31% बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 6,030 करोड़ रुपये हो गयी है।

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