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सांस्कृतिक कार्यक्रम और लोकगीत के माध्यम से लोगों को किया गया जागरूक

आकाशवाणी बरेली एवं लखनऊ में अपनी सेवाएं दे चुकी पूर्व निदेशक मीनू खरे ने धोबिया आश्रम पिहानी में आयोजित हुए कार्यक्रम में विश्व जल दिवस पर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया। इसी के साथ ही गीत गाकर जल संरक्षण का संदेश दिया।
मैं तुम्हारी गोमती हूँ, मैं तुम्हारी गोमती हूँ।
आदि गंगा नाम मेरा, झील पुर हर धाम मेरा,
घाटो- घाटो छू के कण- कण, थाल अन्न बिखेरती हूँ थाल अन्न परोसती हूँ
मैं तुम्हारी गोमती हूँ, मैं तुम्हारी गोमती हूँ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के लखनऊ मंडल अध्यक्ष व कर्नाटक प्रभारी अतुल कपूर एवं "मैं तुम्हारी गोमती हूं"अभियान के संयोजक सुशील सीतापुरी ने की।
"बचा लो पानी, वरना पीना होगा आंख का पानी"- पवन जैन
लोकगीत गायक पवन जैन ने बचा लो पानी वरना पीना होगा आंख का पानी गीत के माध्यम से लोगों को जागरुक कर पानी के महत्व को बताया और उनके द्वारा लोगों को प्राकृतिक शोध के संरक्षण के लिए भी प्रेरित किया गया। पवन जैन द्वारा कविता के माध्यम से जल संरक्षण के संबंध में लोगों को आग्रह किया गया कि "यदि पानी तो होगा मगर उसे पीना मुश्किल होगा"।
"मैं तुम्हारी गोमती हूं"- सुशील सीतापुरी
'मैं तुम्हारी गोमती हूं' अभियान चला रहे सुशील सीतापुरी ने बताया कि इस संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि सिद्धाश्रम धोबिया के प्राकृतिक जलश्रोत गोमती की जलधारा को निरंतर प्रवाहित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इनका संरक्षण बेहद जरूरी है। इसके लिए भूगर्भ जल के वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया जाना चाहिए।
जल संरक्षण के लिए सार्थक प्रयास करने की ली शपथ।
उपस्थित लोगों ने नदियों को गंदा न करने और जल संरक्षण के लिए सार्थक प्रयास करने की शपथ ली। गोमती और तपोवन सिद्धाश्रम धोबिया के जल-संरक्षण के लिए किए गए सत्प्रयासों हेतु सुशील सीतापुरी और अतुल कपूर को विश्व जल दिवस पर अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
लखीमपुर-खीरी जनपद के चपरतला गांव की स्वयंसेवी संस्था 'सेवा सदन' के आमंत्रण पर तपोवन सिद्धाश्रम पहुंच रहे दल में आकाशवाणी लखनऊ व बरेली की पूर्व निदेशक मीनू खरे,वरिष्ठ पत्रकार नागेंद्र बहादुर सिंह, लखनऊ कनेक्शन वर्ल्डवाइड के अनिल शुक्ला,पर्यावरण विद् सुनील मिश्रा, एफ एम लखनऊ के आरजे शोभित गुप्ता आदि ने विचार व्यक्त करते हुए जल संरक्षण पर और नदियों की स्वच्छता पर जोर दिया और सामाजिक दायित्वों का बोध कराया।
इस अवसर पर नीरज शुक्ला, पवन कुमार जैन, शोभित गुप्ता, संपूर्ण, आदित्य शुक्ला बंजारा, प्रदीप शुक्ला, आशुतोष त्रिपुरारी, दीपक भाटिया, मंजू भाटिया, प्रणिका जैन, अर्चना जैन, चित्रा वी, वेंकट रमन एस, विनोद श्रीवास्तव, अनिल आदि ने संगोष्ठी में मौजूद रहे।