जन शिकायतों का त्वरित समाधान उत्तर प्रदेश पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता: डीजीपी राजीव कृष्ण

Quick resolution of public grievances is the top priority of Uttar Pradesh Police: DGP Rajiv Krishna
 
Quick resolution of public grievances is the top priority of Uttar Pradesh Police: DGP Rajiv Krishna
लखनऊ डेस्क (आर. एल. पाण्डेय): उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (DGP) श्री राजीव कृष्ण ने एक प्रेस वार्ता में राज्य की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ और नागरिक केंद्रित बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए 10-सूत्रीय विजन साझा किया, जिसमें नागरिकों की शिकायतों का त्वरित और संवेदनशील समाधान सर्वोपरि रखा गया है।

डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा, “दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। हम उत्तर प्रदेश पुलिस को एक आधुनिक, दक्ष और जनता के प्रति जवाबदेह बल के रूप में स्थापित करने के लिए संकल्पित हैं।”

मुख्य बिंदु जो पुलिसिंग की दिशा तय करेंगे:

  1. अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस:
    राज्य में संगठित अपराध और असामाजिक तत्वों के खिलाफ निर्णायक और कठोर कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

  2. महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण:
    महिलाओं के खिलाफ अपराध की रोकथाम, समयबद्ध निस्तारण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।

  3. जन शिकायतों का संवेदनशील समाधान:
    नागरिकों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुना जाएगा और उसका तत्काल निवारण सुनिश्चित किया जाएगा। शिकायत निवारण प्रणाली को और अधिक प्रभावी और जवाबदेह बनाया जाएगा।

  4. कानून और व्यवस्था की सुदृढ़ता:
    राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानून का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी निगरानी और कार्रवाई होगी।

  5. साइबर अपराध से सख्ती से निपटना:
    बढ़ते साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा और साइबर सुरक्षा ढांचे को और मजबूत किया जाएगा।

  6. पुलिस सेवाओं का आधुनिकीकरण:
    पुलिसिंग सेवाओं को सरल, सुलभ और नागरिकों के अनुकूल बनाया जाएगा ताकि हर नागरिक को समय पर प्रभावी सेवा मिल सके।

  7. पुलिस बल का कल्याण:
    पुलिसकर्मियों के मानसिक और सामाजिक कल्याण को प्राथमिकता दी जाएगी। काम के बेहतर माहौल और सुविधाओं के लिए प्रशासनिक सुधार किए जाएंगे।

  8. विशेषज्ञता और प्रतिभा का समुचित उपयोग:
    पुलिस बल में मौजूद विशेषज्ञों और अनुभवी अधिकारियों की क्षमताओं का पूर्ण उपयोग किया जाएगा, जिससे संगठन में कार्यकुशलता और दक्षता बढ़े।

  9. तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल:
    निर्णय प्रक्रिया और अपराध नियंत्रण में डेटा-आधारित रणनीतियों और AI जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर पुलिसिंग को स्मार्ट और प्रभावी बनाया जाएगा।

  10. सेवाकालीन प्रशिक्षण पर विशेष जोर:
    प्रशिक्षण को एक सतत प्रक्रिया के रूप में लिया जाएगा ताकि पुलिस बल नई चुनौतियों का सामना कुशलता से कर सके और नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।

डीजीपी का विजन:
राजीव कृष्ण ने कहा कि यह 10-सूत्रीय दृष्टिकोण उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली का मार्गदर्शन करेगा। सभी अधिकारी और जवान इन लक्ष्यों की प्राप्ति में पूर्ण समर्पण के साथ जुटे रहेंगे।

समापन में उन्होंने कहा,“हमारा उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं है, बल्कि जनता के विश्वास को कायम रखना और उन्हें सुरक्षित वातावरण देना भी है। तकनीक, मानवता और संवेदनशीलता के संतुलन से हम उत्तर प्रदेश पुलिस को एक मॉडल पुलिस बल बनाएंगे।” उत्तर प्रदेश पुलिस, मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में, न्याय, सुरक्षा और सेवा के मूल सिद्धांतों पर काम करते हुए नागरिकों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करने के लिए तैयार है।

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