रेप शरीर की बनावट या कपड़ों की वजह से नहीं, मानसिकता की वजह से होता है
Rape doesn't happen because of body structure or clothes, it happens because of mentality.
Mon, 15 Dec 2025
अगर यह कहा जाए कि स्तन रेप का कारण हैं, तो उन मासूम बच्चियों का क्या, जिनके स्तन भी विकसित नहीं हुए और फिर भी वे यौन हिंसा का शिकार हुईं? अगर कहा जाए कि वेजाइना रेप का कारण है, तो उन नन्हे लड़कों (baby boys) का क्या, जिनके साथ यौन शोषण हुआ?
अगर कहा जाए कि पेनिस रेप का कारण है, तो फिर जेलों, हॉस्टलों और गैंग रेप के मामलों में पुरुषों के साथ होने वाली दरिंदगी को कैसे समझा जाए?
और अगर रेप सिर्फ यौन अंगों की वजह से होता, तो फिर रेप के बाद शरीर में सरिया, कांच, पत्थर जैसी चीजें डालने की अमानवीय घटनाएं क्यों होतीं?
क्या वह वासना है — या क्रूरता?
क्या रेप कपड़ों की वजह से होता है?
तो फिर 5 साल की बच्ची, 60 साल की बुजुर्ग महिला, या हाल में सामने आए जानवरों के साथ यौनाचार के मामलों को कैसे समझाया जाए?
क्या बकरी या बच्ची के कपड़े “उत्तेजक” थे?
रेप का कारण न स्तन हैं
न वेजाइना,
न पेनिस,
न कपड़े।
रेप का कारण है वह गंदी मानसिकता — जो औरत को इंसान नहीं, वस्तु समझती है।
जो दो बटनों के गैप में झांकती है।
जो कपड़ों से ज़्यादा शरीर को निहारती है।
जो “ना” को चुनौती और हिंसा को अधिकार मानती है।जो मर्दानगी को सहमति नहीं, जबरदस्ती से जोड़ती है।
जब समाज किसी पुरुष को यह सिखा देता है किऔरत की इच्छा मायने नहीं रखती, उसका शरीर उपभोग की चीज है, तभी रेप जन्म लेता है।
रेप वासना नहीं, सत्ता और सोच की बीमारी है।
जब तक मानसिकता नहीं बदलेगी,
कानून, कपड़े और बहाने
कुछ भी रोक नहीं पाएंगे।
