राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष समारोह: श्रीदत्तगंज खण्ड में भव्य पथ संचलन आयोजित

संघ का उद्देश्य: राष्ट्र निर्माण और व्यक्ति निर्माण
कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग संघचालक सौम्य अग्रवाल ने की, जबकि विभाग प्रचारक प्रवीण मुख्य वक्ता रहे। अतिथियों ने भारत माता, डॉ. हेडगेवार, और माधव राव गोलवलकर के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

मुख्य वक्ता प्रवीण ने अपने संबोधन में कहा कि RSS का निर्माण भारत को केंद्र में रखकर किया गया था, और देश तथा समाज की सेवा करते हुए संघ ने विजया दशमी पर 100 वर्ष पूरे किए हैं। उन्होंने कहा:
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संघ की स्थापना का मूल उद्देश्य व्यक्ति निर्माण, सेवा भाव और राष्ट्र चेतना को बढ़ावा देना रहा है।
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शताब्दी वर्ष में प्रवेश करते हुए, संघ इन मूल्यों को और अधिक दृढ़ करने का संकल्प लेता है।
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आने वाले समय में संघ सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों, जन संपर्क अभियानों और युवा सशक्तिकरण कार्यक्रमों को व्यापक रूप से लाएगा।
उन्होंने बताया कि संघ सौ साल से व्यक्ति निर्माण की सतत प्रक्रिया चला रहा है, और इस लक्ष्य को साकार करने के लिए परिवार संवर्धन, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, स्वबोध और नागरिक कर्तव्य पर आधारित 'पंचतंत्र सूत्र जागृति अभियान' पूरे देश में शुरू किया गया है।

अनुशासन और राष्ट्रीय भावना का प्रदर्शन
स्वयंसेवकों ने चौधरी लालता प्रसाद सिंह बौद्ध महाविद्यालय से पूर्ण गणवेश में बाजार के मुख्य मार्गों से अनुशासनबद्ध पथ संचलन निकाला। संचलन मार्ग के किनारे खड़े क्षेत्रवासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का भव्य स्वागत किया। इस दौरान नारों और 'भारत माता की जय' के उद्घोषों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। यह आयोजन संगठन की राष्ट्रीय भावना और समाज सेवा की प्रतिबद्धता को सफलतापूर्वक उजागर करता है।

इस अवसर पर जिला संघ चालक अभिमन्यु, खण्ड संचालक नवल किशोर, सदर विधायक पलटूराम, ब्लॉक प्रमुख हेमंत जायसवाल, जिला कार्यवाह किरीट मणि, और विभाग प्रचार प्रमुख मनीष सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक और पदाधिकारी उपस्थित रहे।

