महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध चिंताजनक
जिस पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजीकर हास्पिटल के रेप-मर्डर कांड ने समूचे देश को स्तब्ध कर दिया है उसी पश्चिमी बंगाल में तमाम प्रदर्शनों और हड़ताल के बावजूद दुराचार दरिंदगी की वारदातों में कमी नहीं आई है। वहां हाल ही में हुगली जिले में नौवीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा अर्धनग्न हालत में सड़क पर बेहोश मिली है इतना ही नहीं कुलतली जिले की एक अन्य छात्रा के साथ उस समय जोर जबरदस्ती की गई जब वह ट्यूशन से वापस घर लौट रही थी।
यह तो एक महिला मुख्यमंत्री वाले राज्य की बात है।दूसरे अन्य राज्यों की स्थिति भी कोई बेहतर नहीं है।लगभग सारे देश में ऐसे अपराधों की आंधी सी आई हुई है। इसमें भटके हुए लोगों द्वारा मनमाने दुर्व्यवहार व दुराचार की अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
इसी माह के प्रारंभ में उत्तर प्रदेश के 'खिरौली' में जन्मदिन पार्टी में नाचने के लिए बुलाई गई दो डांसर बहनों के साथ छह युवकों ने बलात्कार किया। एक सितम्बर को ही लखनऊ में फिल्म में काम दिलवाने के बहाने एक माडल से बलात्कार और बुरी तरह पिटाई करने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया।दो सितंबर को महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण में दो साल की मासूम बच्ची को आरोपी ने पहले बहला-फुसलाकर अगवा किया और फिर उसके साथ दुष्कर्म की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।उधर मऊ जिले की घोसी कोतवाली क्षेत्र की एक महिला ने पांच युवकों पर अपनी नाबालिग बेटी से सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। घटना एक सितंबर की है।
दो सितम्बर को गाजियाबाद में तीन लोगों ने चार महीने की गर्भवती महिला को फुसला कर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिला दिया और उसके साथ बलात्कार कर डाला। होश में आने पर उसने कहा-मुझे छोड़ दो मैं गर्भवती हूं परंतु आरोपियों ने उसके साथ पुनः बलात्कार किया। दो सितम्बर को ही बिहार में समस्तीपुर जंक्शन के प्लेटफार्म पर एक युवती से बलात्कार करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया। इसी दिन हापुड़ स्थित एक मंदिर में खेल रही बच्चियों के साथ पुजारी ने अश्लील हरकत कर दी जिस पर लोगों ने उसे बुरी तरह पीटने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
तीन सितंबर को उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले से बड़ा मामला सामने आया है।यहां चार साल की बच्ची के साथ स्कूल में रेप किया गया है. रेप करने वाले छात्रों की उम्र नौ साल,ग्यारह साल और चौदह साल है। तीन सितम्बर को ही मध्य प्रदेश के इंदौर में मोबाइल पर पोर्न देखने के बाद नशे की हालत में 34 वर्षीय एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया।बीमार मरीज को ले जा रही एम्बुलैंस के चालक और उसके साथी ने मरीज की पत्नी को गाड़ी से उतार कर उससे बलात्कार करने की कोशिश की तथा उसमें असफल रहने पर उसके पति का ऑक्सीजन मास्क उतारकर फेंक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। चार सितम्बर को ही दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एक छह वर्षीय लड़के का उसके पड़ोसी बलराम दास ने यौन उत्पीड़न कर डाला।चार सितम्बर को ही राजस्थान के बूंदी जिले में एक 28 वर्षीय व्यक्ति ने नशे की हालत में अपनी मां से ही बलात्कार कर दिया।चार सितंबर को उत्तराखंड पुलिस ने रुद्रपुर और देहरादून में छेड़छाड़ व रेप के केस में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पहला मामला रुद्रपुर से है, जहां मासूम बच्ची के साथ रेप का प्रयास किया गया।वहीं दूसरा मामला देहरादून के डोईवाला क्षेत्र का है। यहां युवक ने महिला के साथ रेप किया। 4 सितम्बर को ही कर्नाटक पुलिस ने एक योग गुरु प्रदीप उल्लाल को एक एन.आर. आई. महिला से बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया। चार सितम्बर को ही बिहार के लखीसराय में दूध लेने गई 14 वर्षीय किशोरी से दूध केंद्र के संचालक ने बलात्कार कर दिया ।
पांच सितम्बर को मध्य प्रदेश के उज्जैन में शादी का वादा कर एक महिला को शराब पिलाकर फुटपाथ पर ही उसके साथ बलात्कार करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया। पांच सितम्बर को ही उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में दुकान पर बिस्किट लेने गई 10 वर्षीय बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में पुलिस ने एक 70 वर्षीय दुकानदार के विरुद्ध केस दर्ज किया। इसी दिन दक्षिण भारतीय अभिनेत्री 'सौम्या' ने तमिल फिल्मों के डायरेक्टर पर मानसिक, शारीरिक और यौन शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह मनोरंजन के लिए उसके प्राइवेट पार्ट में राड डालता था और इस घटना से उबरने में उसे 30 वर्ष लगे। एक ओर वह उसे बेटी कहता, दूसरी ओर उससे बलात्कार करता और उसे 'सैक्स स्लेव' की तरह इस्तेमाल करता था। पांच सितम्बर को गुजरात के खेड़ा जिले के 'कठलाल' में चौथी कक्षा की एक छात्रा को सफाई के बहाने कमरे में बुलाकर उसके साथ छेड़छाड़ व अश्लील हरकतें करने के आरोप में 47 वर्षीय अख्तर अली महबूब मियां सईद नामक अध्यापक को गिरफ्तार किया गया।
आठ सितंबर को रोहतास जिला बिहार के शिव सागर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। आरोप है कि बच्ची जब पढ़ कर लौट रही थी तब गांव का ही एक 21 वर्षीय युवक उसे बहला फुसला कर अपने घर ले गया तथा उसके साथ गलत काम करने लगा। आठ सितंबर को ही यूपी के कुशीनगर जिले के खड्डा थाना क्षेत्र में एक सात साल की हिंदू बच्ची के साथ 60 साल के मुस्लिम कलीमुल्लाह ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। दरिंदा बच्ची को बहला फुसलाकर नहर की तरफ लेकर गया और उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। दस सितंबर को गाजीपुर जिले के दिलदारनगर थाना क्षेत्र में कक्षा सात की छात्रा के मोबाइल पर कॉल करके और स्कूल में अपने केबिन में बुलाकर अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस ने स्कूल के मैनेजर के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही उसे गिरफ्तार किया गया है।
दरिंदगी के उक्त मामले तो सिर्फ बानगी भर है। सवाल उठता है कि भारत जैसे देश में जहां नारी पूजी जाती है वहां इस तरह की विकृत मानसिकता का पनपना पूरी संस्कृति और सभ्यता पर खतरा है। क्या हमारे समाज पर यह विकृत मानसिकता इस कदर हावी हो गयी है कि पुलिस और कानून भी इस पर नियंत्रण करने में नाकाम हो रहे हैं ? लगातार सख्त कानून बनाने के बावजूद इस तरह के अपराधों की संख्या में वृद्धि बताती है कि सिर्फ कानून के भरोसे इस विकृति को नियंत्रित करना संभव नहीं है। इस पर नियंत्रण के लिए समाज का भय और लोकलाज की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करना होगा।तमाम सोशल मीडिया और इंटरनेट से आपत्तिजनक एवं विकृत व्यवहार को दर्शाने वाली सामग्री को फिल्टर करना होगा ताकि समाज को पतन की ओर धकेलने वाले अपराधों को नियंत्रित किया जा सके।