मैक्स अस्पताल लखनऊ में रोबोटिक तकनीक से युवा मरीज के दुर्लभ व विशाल पैंक्रियाज ट्यूमर की सफल सर्जरी

Max Hospital Lucknow successfully performs surgery on a young patient's rare and large pancreatic tumor using robotic technology.
 
मैक्स अस्पताल लखनऊ में रोबोटिक तकनीक से युवा मरीज के दुर्लभ व विशाल पैंक्रियाज ट्यूमर की सफल सर्जरी

लखनऊ डेस्क (प्रत्यूष पाण्डेय)।  मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ ने चिकित्सा क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए रोबोटिक तकनीक की मदद से 20 वर्षीय युवती के शरीर से पैंक्रियाज में मौजूद अत्यंत दुर्लभ और विशाल ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल दिया। ट्यूमर का आकार 10.6 × 10.1 × 8.4 सेमी था, जो लगभग एक बड़े अंगूर के फल के बराबर था।

यह जटिल सर्जरी डॉ. अजय यादव, डायरेक्टर, जीआई सर्जरी एवं रोबोटिक जीआई ऑन्को सर्जरी, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के नेतृत्व में की गई। यह सफलता जटिल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर के उपचार में रोबोटिक सर्जरी की बढ़ती और प्रभावी भूमिका को दर्शाती है।

छह महीने से परेशान थी मरीज

मरीज अंशिका सिंह, जो एक कॉलेज छात्रा हैं और परीक्षाओं की तैयारी कर रही थीं, पिछले छह महीनों से लगातार कमजोरी, पेट दर्द, पेट फूला हुआ लगना और पेट के आकार में असामान्य सूजन जैसी समस्याओं से जूझ रही थीं। लक्षण बढ़ने पर परिजनों ने मैक्स हॉस्पिटल, लखनऊ में परामर्श लिया।

विस्तृत जांच में पैंक्रियाज में 10 सेमी से अधिक आकार का सॉलिड स्यूडोपैपिलरी ट्यूमर पाया गया, जो एक दुर्लभ स्थिति है और सामान्यतः 1–2 सेमी के छोटे आकार में ही सामने आती है।

रोबोटिक सर्जरी से सुरक्षित इलाज

ट्यूमर के अत्यधिक बड़े आकार और भविष्य में संभावित जटिलताओं को देखते हुए डॉ. अजय यादव ने तत्काल सर्जरी की सलाह दी। दा विंची एक्सआई रोबोटिक सिस्टम की सहायता से यह सर्जरी लगभग 5 से 6 घंटे में सफलतापूर्वक पूरी की गई।

डॉ. अजय यादव ने कहा, यह केस दर्शाता है कि अनुभवी हाथों में रोबोटिक सर्जरी सर्जिकल सीमाओं को काफी आगे तक बढ़ा सकती है। पैंक्रियाज जैसे संवेदनशील अंग में इतने बड़े ट्यूमर को हटाना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि इसके आसपास कई महत्वपूर्ण अंग होते हैं। रोबोटिक तकनीक की उच्च सटीकता और बेहतर विज़ुअल क्लैरिटी ने हमें ट्यूमर को सुरक्षित रूप से निकालने में मदद की, जिससे मरीज की रिकवरी भी तेज रही।”

बिना ब्लड ट्रांसफ्यूजन, तेज रिकवरी

सर्जरी के दौरान यह विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा कि मरीज एनीमिक होने के बावजूद ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता नहीं पड़ी। ऑपरेशन के 32 से 36 घंटे के भीतर मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट में सभी सर्जिकल मार्जिन ट्यूमर-फ्री पाए गए, जिससे सर्जरी के बाद कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी की आवश्यकता नहीं पड़ी। वर्तमान में मरीज पूरी तरह स्वस्थ है और नियमित फॉलो-अप में है।

परिवार ने जताया आभार

मरीज और उसके परिवार ने समय पर निदान, संवेदनशील देखभाल और उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा के लिए डॉ. अजय यादव, रोबोटिक जीआई ऑन्कोलॉजी टीम तथा मैक्स हॉस्पिटल, लखनऊ के नर्सिंग और सहयोगी स्टाफ के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया।

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