महिला व्यापारी के घर से 2.07 लाख की चोरी, कार्रवाई न होने पर पीड़िता न्याय की गुहार

लखनऊ। थाना मड़ियांव क्षेत्र के भिठौली सीतापुर रोड निवासी महिला व्यापारी सरिता के घर से करीब 2 लाख 7 हजार 500 रुपये की चोरी होने का मामला सामने आया है। सरिता पानी के बतासे का कारोबार करती हैं और पति की मृत्यु के बाद अपने दो बच्चों – बेटे हर्षित (23 वर्ष) और बेटी गौरी (13 वर्ष) का पालन-पोषण कर रही हैं। सरिता ने कई वर्षों में थोड़े-थोड़े पैसे जोड़कर यह रकम जमा की थी, जिसे उन्होंने एक अन्य घर में रखे लाकर में सुरक्षित किया था।
कैसे हुई चोरी?
25 सितंबर 2025 को सरिता ने देखा कि जिस स्थान पर बतासे बनाने का काम होता है, वहां रखी चाभियों में से एक चाभी गायब है। उस दिन घर में काम करने वाली कुल चार महिलाएं मौजूद थीं। इनमें जय सती उर्फ ममता (निवासी ग्राम तरहीया, थाना सैरपुर), ममता का करीबी संजय (निवासी ग्राम सरैया, थाना सैरपुर), गुड़िया (पत्नी प्रभाष शर्मा) और प्रभाष शर्मा (निवासी मुर्गी फार्म, थाना सैरपुर) शामिल थे।
22 सितंबर को ही सरिता ने देखा था कि लाकर में रखे स्वेटर का कोना बाहर निकला नहीं दिखाई दे रहा, जबकि पहले वह बाहर निकला था। शक होने पर उन्होंने लाकर तोड़वाया तो पाया कि उसमें रखे ₹2,07,500 गायब हैं।
पुलिस का रवैया
घटना की जानकारी सरिता ने अजीज नगर चौकी प्रभारी भूपेन्द्र सिंह को दी। आरोप है कि चौकी प्रभारी ने शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय सरिता को यह कहकर भगा दिया कि “अपने सामान की सुरक्षा खुद करो, पुलिस तुम्हारी नौकर नहीं है।”
इसके बाद सरिता थाना मड़ियांव पहुंचीं, लेकिन वहां भी कोई समाधान नहीं निकला। थक-हारकर 3 अक्टूबर 2025 को पीड़िता एसीपी अलीगंज के पास पहुंचीं। एसीपी ने आश्वासन दिया कि वह पहले थाना प्रभारी से मिलें, यदि समस्या का समाधान नहीं होता तो वह स्वयं हस्तक्षेप करेंगे।

कैसे हुई चोरी?
25 सितंबर 2025 को सरिता ने देखा कि जिस स्थान पर बतासे बनाने का काम होता है, वहां रखी चाभियों में से एक चाभी गायब है। उस दिन घर में काम करने वाली कुल चार महिलाएं मौजूद थीं। इनमें जय सती उर्फ ममता (निवासी ग्राम तरहीया, थाना सैरपुर), ममता का करीबी संजय (निवासी ग्राम सरैया, थाना सैरपुर), गुड़िया (पत्नी प्रभाष शर्मा) और प्रभाष शर्मा (निवासी मुर्गी फार्म, थाना सैरपुर) शामिल थे।
22 सितंबर को ही सरिता ने देखा था कि लाकर में रखे स्वेटर का कोना बाहर निकला नहीं दिखाई दे रहा, जबकि पहले वह बाहर निकला था। शक होने पर उन्होंने लाकर तोड़वाया तो पाया कि उसमें रखे ₹2,07,500 गायब हैं।
पुलिस का रवैया
घटना की जानकारी सरिता ने अजीज नगर चौकी प्रभारी भूपेन्द्र सिंह को दी। आरोप है कि चौकी प्रभारी ने शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय सरिता को यह कहकर भगा दिया कि “अपने सामान की सुरक्षा खुद करो, पुलिस तुम्हारी नौकर नहीं है।”
इसके बाद सरिता थाना मड़ियांव पहुंचीं, लेकिन वहां भी कोई समाधान नहीं निकला। थक-हारकर 3 अक्टूबर 2025 को पीड़िता एसीपी अलीगंज के पास पहुंचीं। एसीपी ने आश्वासन दिया कि वह पहले थाना प्रभारी से मिलें, यदि समस्या का समाधान नहीं होता तो वह स्वयं हस्तक्षेप करेंगे।


