स्व. राम उजागिर पांडेय की 22वीं पुण्यतिथि पर फार्मेसिस्टों ने किया श्रद्धांजलि अर्पण, मरीज-केंद्रित फार्मेसी सेवा का लिया संकल्प
फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने इस अवसर पर कहा कि—“स्व. पांडेय जी का सपना एक विकसित फार्मेसी सिस्टम का था, जिसमें मरीज केंद्रित फार्मास्यूटिकल सेवाएं प्राथमिकता में हों। आज हम यह संकल्प लेते हैं कि फार्मेसी को आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ाएंगे और समाज में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाएंगे।” उन्होंने बताया कि फेडरेशन विभिन्न गोष्ठियों, वैज्ञानिक कार्यक्रमों और सेमिनार के माध्यम से फार्मेसिस्टों को नई जानकारी और नवाचारों से जोड़ने का कार्य कर रहा है, साथ ही विभिन्न संस्थानों के बीच सहयोग और एकता स्थापित करने की दिशा में भी प्रयासरत है।
भावभीनी श्रद्धांजलि कार्यक्रम
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी अधिकारी फार्मेसी दया शंकर पांडेय, वरिष्ठ फार्मेसिस्ट एस के त्रिपाठी, चीफ फार्मेसिस्ट, फार्मेसी प्रशिक्षु व चिकित्सालय के अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभी ने स्व. पांडेय जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
सुनील यादव ने यह भी कहा कि“उत्तर प्रदेश में फार्मेसी की शिक्षा और फार्मेसिस्टों के सामाजिक-आर्थिक जीवन में सुधार का श्रेय पांडेय जी को जाता है। उन्होंने फार्मेसिस्टों को संगठित कर एक मजबूत आंदोलन खड़ा किया।”
संघर्ष की विरासत को याद किया गया
संरक्षक के.के. सचान, जिला अध्यक्ष शशि देवी सचान, जिला सचिव जी.सी. दुबे ने स्व. पांडेय जी द्वारा शुरू किए गए संघर्षों को याद करते हुए कहा कि—“उन्होंने फार्मेसी छात्रों को एकजुट कर आंदोलन खड़ा किया, जिससे आज संवर्ग में ‘चीफ फार्मेसिस्ट’ से लेकर ‘संयुक्त निदेशक’ जैसे पद सृजित हो सके।”
सहयोगी संगठनों का भी योगदान
इस अवसर पर X-ray टेक्नीशियन संघ के मृत्युंजय मिश्रा, चतुर्थ श्रेणी महासंघ के राजेंद्र दुबे, राकेश मिश्रा, प्रदीप दुबे, आनंद मिश्रा, महेंद्र रावत, श्रवण चौधरी, ओपी पटेल और सलिल श्रीवास्तव ने भी पांडेय जी के विचारों को याद किया।फेडरेशन के महामंत्री अशोक कुमार ने उन्हें एक कुशल रणनीतिकार व प्रतिभाशाली लेखक बताया। उपाध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव ने कहा कि“स्व. पांडेय जी के लिखित पत्रों का संकलन संघ के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है।” राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत और महामंत्री अतुल मिश्र ने उन्हें संघर्ष और नेतृत्व का प्रतीक बताया।
प्रदेश भर में विविध जनोपयोगी आयोजन
प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भी इस दिन रक्तदान शिविर, सेमिनार, फल वितरण सहित कई जनकल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित किए गए। यूथ फार्मेसिस्ट फेडरेशन ने भी अलग-अलग जिलों में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित कीं।ज्ञात हो कि कर्मचारी नेता राम उजागिर पांडेय का 6 जुलाई 2003 को बाराबंकी में एक सड़क दुर्घटना में असामयिक निधन हो गया था। तब से लेकर अब तक हर वर्ष 6 जुलाई को प्रदेशभर में उन्हें श्रद्धा व सम्मान के साथ याद किया जाता है।
