प्रेरणा गर्ल्स स्कूल में एक्सिस बैंक और 1090 के सहयोग से आत्मरक्षा सत्र आयोजित

Self-defense session organized at Prerna Girls School in collaboration with Axis Bank and 1090
 
Self-defense session organized at Prerna Girls School in collaboration with Axis Bank and 1090
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)। प्रेरणा गर्ल्स स्कूल में एक्सिस बैंक के सहयोग से महिला आत्मरक्षा सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं को आत्मरक्षा और सुरक्षा से जुड़ी जरूरी जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में एडिशनल एसपी रुक्मणि वर्मा (महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन 1090), कुणाल गुप्ता (सर्कल हेड, रिटेल ब्रांच बैंकिंग, एक्सिस बैंक), अदिति चक्रवर्ती (सर्कल हेड, TASC, एक्सिस बैंक) और विवेक कुमार सिंह (रीजनल हेड, इंस्टीट्यूशनल बैंकिंग, TASC) ने भाग लिया। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा और आत्मरक्षा के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान 1090 टीम ने टूल बॉक्स टॉक सत्र का आयोजन किया, जिसमें छात्राओं को महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े हेल्पलाइन और अन्य सेवाओं की जानकारी दी गई। इसके बाद ग्रैंड मास्टर गौरव चौहान द्वारा एक हैंड्स-ऑन आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें छात्राओं को व्यावहारिक तरीके से आत्मरक्षा तकनीकें सिखाई गईं।
रुक्मणि वर्मा (महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन 1090) ने कहा, “आत्मरक्षा सिर्फ शारीरिक ताकत नहीं, बल्कि सतर्कता और आत्मविश्वास का विषय है। हर लड़की को यह सीखना जरूरी है कि जरूरत पड़ने पर खुद की सुरक्षा कैसे करें और सहायता कैसे लें।”
कुणाल गुप्ता (सर्कल हेड, रिटेल ब्रांच बैंकिंग, एक्सिस बैंक) ने कहा, “छात्राओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देना बहुत जरूरी है, ताकि वे हर परिस्थिति में खुद को सुरक्षित महसूस करें। एक्सिस बैंक को गर्व है कि वह इस पहल का हिस्सा बनकर महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण में योगदान दे रहा है।”
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और मुख्य अतिथियों के उद्घाटन भाषण से हुई, जिससे पूरे सत्र को एक प्रेरणादायक और प्रभावशाली दिशा मिली। प्रेरणा गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हम सिर्फ पढ़ाई पर ही नहीं, बल्कि जीवन के महत्वपूर्ण कौशल सिखाने पर भी जोर देते हैं। यह सत्र हमारी छात्राओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
प्रेरणा गर्ल्स स्कूल का उद्देश्य छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें सुरक्षित भविष्य के लिए तैयार करना है। यह सत्र स्कूल के लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के मिशन को और मजबूत करता है।

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