स्वावलम्बन कार्यक्रम के सातवें चरण की शुरुआत

“गांव की बेरोजगारी का समाधान स्वावलंबन से ही संभव” — रमेश भइया
 
“गांव की बेरोजगारी का समाधान स्वावलंबन से ही संभव” — रमेश भइया
शाहजहांपुर (अम्बरीष कुमार सक्सेना)। रोजा पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड और विनोबा सेवा आश्रम द्वारा संयुक्त रूप से संचालित स्वावलम्बन कार्यक्रम लगातार सफलताओं के साथ आगे बढ़ रहा है। छह बैचों की उपलब्धियों के बाद कार्यक्रम के सातवें चरण का शुभारम्भ ग्राम दिलावरपुर देवकली स्थित स्वावलंबन केंद्र पर किया गया। इस चरण में परियोजना प्रभावित गाँवों से 30 लाभार्थियों का चयन स्क्रीन प्रिंटिंग, गैस चूल्हा एवं प्रेशर कुकर मरम्मत, आटा चक्की और चुटीला प्रशिक्षण हेतु किया गया है, ताकि प्रशिक्षण के बाद वे स्व-रोजगार अपनाकर आय अर्जित कर सकें।

विनोबा सेवा आश्रम के संस्थापक रमेश भइया ने कहा कि स्वावलंबन केंद्र का उद्देश्य गांधी-विनोबा के विचारों पर चलते हुए ग्राम स्तर पर कुशल उद्यमियों का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम अनेक जगह चल रहे हैं, परंतु स्वावलंबन केंद्र की खासियत यह है कि यहाँ प्रशिक्षण प्रतिभागियों की इच्छानुसार उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने युवाओं से नौकरी की प्रतीक्षा न कर स्वयं रोजगार शुरू कर रोजगार उपलब्ध कराने वाले बनने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि अब तक स्वावलंबन केंद्र के माध्यम से 211 से अधिक लोग ही नहीं बल्कि 211 परिवार आर्थिक रूप से सक्षम होने की दिशा में आगे बढ़े हैं।

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कार्यक्रम का उद्घाटन रोजा पावर के CSR प्रमुख कुमार अवनीश ने फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण युवाओं और महिलाओं के लिए आय सृजन का प्रभावी साधन बनेगा। स्किल से राह खुलती है और मेहनत उद्यमियों को आगे ले जाती है। उन्होंने प्रशिक्षुओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि चुटीला प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षक फीलनगर से आएगा।
विनोबा सेवा आश्रम के सचिव मोहित कुमार ने कहा कि यह पहल महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। लगभग प्रत्येक घर में गैस चूल्हा है, इसलिए प्रत्येक गाँव में गैस चूल्हा रिपेयरिंग तकनीक जानने वाला व्यक्ति आसानी से स्वरोजगार शुरू कर सकता है। चुटीला ट्रेनिंग महिलाओं की आर्थिक मजबूती के लिए बहुत कारगर मानी जा रही है।
हेल्प कार्यक्रम के प्रबंधक अंकित मिश्रा ने कहा कि उद्देश्य है कि गाँवों के लोग कुशल उद्यमी बनकर अपने सपने स्वयं पूरा करें और अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध कराते हुए समाज को सहयोग दें। हेल्प कार्यक्रम इस दिशा में पूरा योगदान देगा।
कार्यक्रम समन्वयक अरुण सिंह ने बताया कि स्वावलंबन की पहल युवाओं को प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाना है। चुटीला प्रशिक्षण से निश्चित रूप से महिलाओं को नई आर्थिक शक्ति मिलेगी। प्रशिक्षण समन्वयक अखलाक खान ने नए सत्र का परिचय देते हुए सभी ट्रेडों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम का संचालन जेडी अग्निहोत्री ने किया। धन्यवाद ज्ञापन अशोक सिंह ने किया तथा स्वागत प्रियांशु सक्सेना द्वारा किया गया। कार्यक्रम में रिंकी देवी, अनुष्का, माधुरी, रजनीश, जगरूप सहित कुल 30 लाभार्थी उपस्थित रहे।

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