पाकिस्तानी संसद में पश्तून नेता का फटना – ख्वाजा आसिफ को "बेगैरत-बेशर्म" कहने वाला वीडियो हुआ वायरल

आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे वायरल वीडियो की, जो पाकिस्तान की राजनीति को हिला रहा है। imagine कीजिए - पाकिस्तानी असेंबली में एक रिटायर्ड पश्तून मेजर ने रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को इतनी कड़ी लताड़ लगाई कि पूरा हॉल गूंज उठा। 'इतना बेशर्म, इतना बेगैरत और इतना बेहया इंसान...' - ये शब्द सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे! ये वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है। क्या है पूरा मामला? क्यों भड़का पश्तून नेता? और इसका भारत पर क्या असर? चलिए, स्टेप बाय स्टेप समझते हैं।
ये घटना 14 अक्टूबर 2025 को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में घटी। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान को 'दुश्मन देश' करार दिया। ये बयान अफगानिस्तान के साथ तनावपूर्ण रिश्तों के बीच आया, खासकर बॉर्डर पर झड़पों और पश्तून समुदाय के मुद्दों को लेकर। लेकिन ये बयान पश्तून समुदाय को चुभ गया। क्यों? क्योंकि पश्तून लोग अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों तरफ फैले हैं, और उनके लिए ये सीमाएं सिर्फ कागजी हैं। असेंबली में रिटायर्ड मेजर सज्जाद गुल, जो एक प्रमुख पश्तून नेता हैं, खड़े हो गए। उन्होंने ख्वाजा आसिफ को सीधे निशाने पर ले लिया। उनके शब्द थे - 'इतना बेगैरत, बेशर्म और बेहया इंसान मैंने जिंदगी में नहीं देखा।' मेजर सज्जाद ने कहा कि आसिफ जैसे नेता पाकिस्तान को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं, और अफगानिस्तान को दुश्मन बताकर पश्तूनों की भावनाओं से खेल रहे हैं। वीडियो में देखिए कैसे पूरा हॉल सन्न रह गया - कुछ लोग तालियां बजा रहे थे, तो कुछ विरोध में चिल्ला रहे थे। ये वीडियो X (पूर्व ट्विटर) पर वायरल हो गया, और अब तक लाखों व्यूज पार कर चुका है।"
चलिए अब देखते हैं वीडियो का पूरा ट्रांसक्रिप्ट। मेजर सज्जाद ने असेंबली में खड़े होकर कहा: 'ख्वाजा आसिफ साहब, आपने अफगानिस्तान को दुश्मन मुल्क कहा है। क्या ये वही अफगानिस्तान है, जहां हमारे भाई-बहन रहते हैं? जहां हमारी जड़ें हैं? आप जैसे लोग पाकिस्तान को कमजोर कर रहे हैं। इतना बेशर्म, इतना बेगैरत और इतना बेहया इंसान... मैंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखा। आपकी ये बयानबाजी सिर्फ वोटों के लिए है, लेकिन ये हमारे पश्तून भाइयों का अपमान है। अगर आप सच्चे पाकिस्तानी हैं, तो इन बयानों से बाज आएं!' देखिए कैसे सज्जाद की आंखों में गुस्सा चमक रहा है। ये सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि दर्द की आवाज है। पश्तून समुदाय लंबे समय से पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहा है, खासकर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में। ख्वाजा आसिफ का ये बयान आया था एक इंटरव्यू में, जहां उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान तालिबान के जरिए पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन सज्जाद ने इसे साफ तौर पर 'गद्दारी' करार दिया। वीडियो के आखिर में, स्पीकर को बीच-बचाव करना पड़ा, लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था। ये क्लिप अब पाकिस्तान के अंदर ही डिबेट का विषय बन गई है।
अब सवाल ये कि ये सब क्यों हो रहा है? दोस्तों, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते हमेशा से जटिल रहे हैं। दुर्रानी साम्राज्य से लेकर आज के तालिबान तक, पश्तून मुद्दा हमेशा सेंटर में रहा। ख्वाजा आसिफ, जो PML-N पार्टी से हैं, हाल ही में भारत के खिलाफ भी आग उगल रहे थे। उन्होंने कहा था कि 'अगर भारत पानी रोकेगा, तो हम बांध उड़ा देंगे।' लेकिन घर में ही आग लग गई। पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (PTM) जैसे संगठन लंबे समय से सरकार के खिलाफ हैं। मेजर सज्जाद PTM से जुड़े हैं, और ये उनका पहला बड़ा हमला नहीं। इससे पहले भी उन्होंने सेना पर आरोप लगाए थे। ये घटना दिखाती है कि पाकिस्तान की एकता कितनी नाजुक है - बाहर से भारत को धमकाते हैं, लेकिन अंदर से टूट रहे हैं।
अब भारत के लिए ये क्या मायने रखता है? पाकिस्तान की आंतरिक कलह हमेशा भारत के फायदे में रही है। ख्वाजा आसिफ जैसे नेता भारत को धमकी देते हैं, लेकिन घर में ही घिर जाते हैं। हाल ही में उन्होंने UNSC में AI पर स्पीच देते हुए गलतियां कीं, जो वायरल हो गईं। IPL 2025 के फ्लडलाइट्स को 'पाकिस्तानी हैकर्स' बताकर ट्रोल हुए। ये सब दिखाता है कि उनका फोकस बिखरा हुआ है। भारत को इससे सतर्क रहना चाहिए, लेकिन ये भी एक मौका है - डिप्लोमेसी में कमजोर पड़ोसी का फायदा उठाएं।
तो ये था वो वायरल वीडियो की पूरी कहानी । पाकिस्तान की राजनीति में ये एक बड़ा मोड़ है। क्या ख्वाजा आसिफ इस्तीफा देंगे? कमेंट्स में बताएं।
